अद्भुत, अकल्पनीय टेस्ट करियर के बावजूद विराट कोहली को होगा इन 5 बातों का पछतावा!

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विराट कोहली जब इंटरनेशनल क्रिकेट आए तो महान सचिन तेंदुलकर का जलवा था। क्रिकेट की दूसरी परिभाषा सचिन के नाम से शुरू होती थी और उन्हीं के नाम पर खत्म। ऐसा नहीं कि उनके समय कोई बड़ा बल्लेबाज नहीं था, लेकिन रिकी पोंटिंग, ब्रायन लारा, राहुल द्रविड़, सनथ जयसूर्या से सचिन पॉपुलैरिटी के मामले में कहीं आगे रहे। हालांकि, सचिन के रिटायरमेंट के बाद विश्व पटल पर छाने वाले बल्लेबाज विराट ही थे। किसी ने नहीं सोचा था कि सचिन के रिकॉर्ड भी कभी टूटेंगे, लेकिन कोहली ने इसे कर दिखाया। कई रिकॉर्ड मास्टर के अब उनके नाम हैं, लेकिन अब जब विराट टेस्ट से रिटायर हो चुके हैं तो 5 ऐसी चीजें रह गई हैं, जिसे लेकर उन्हें मलाल हो सकता है…

विराट कोहली एक समय 55 से अधिक की औसत से रन बरसा रहे थे, लेकिन 2019 के बाद उनका करियर थोड़ी ढलान पर आया। बल्ले से रन निकलने कम हुए तो आलोचना भी हुई। कुछ मैचों से वह बाहर रहे और अब जब उन्होंने करियर खत्म किया तो उनके नाम 9230 रन हैं। उन्होंने 123 मैचों की 210 पारियों के दौरान 30 शतक और 31 अर्धशतक जड़े। जब वह रिकॉर्ड लिस्ट पर नजर डालेंगे तो उन्हें मलाल जरूर होगा।

आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पहले सत्र यानी 2021 का फाइनल भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था। उस समय विराट कोहली टीम इंडिया के कप्तान थे, लेकिन न्यूजीलैंड से हार मिली। इसके बाद 2023 में भी भारतीय टीम फाइनल में पहुंची। रोहित शर्मा टीम के कप्तान थे, लेकिन यहां भी टीम को ऑस्ट्रेलिया से हार मिली। इस तरह उनकी कैबिनेट से बड़ी ट्रॉफी मिसिंग है।

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