प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी जिला मुख्यालय सहित अन्य तहसील व ग्रामीण अंचलों में मंगलवार को विजयदशमी दशहरा का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जहां जगह-जगह विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन कर अहंकार स्वरूपी रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों का दहन किया गया। असत्य पर सत्य की जीत के रूप में मनाए गए इस पर्व विशेष पर सभी जगह लोगों का भारी हम देखने को मिला। जहां पुतला दहन के बाद लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर विजयदशमी पर्व दशहरा की बधाइयां दी। इसी कड़ी में नगर में दशहरा का यह पर्व उत्कृष्ट विद्यालय मैदान में आयोजित किया गया। जहां हजारों की तादाद में जुटे लोगो ने इस मनोहर दृश्य को अपने कमरे में कैद किया। उत्कृष्ट विद्यालय के मैदान में सत्य के प्रतिक भगवान श्रीराम के हाथो असत्य के प्रतिक रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ स्वरूपी पुतला दहन के हजारों लोग साक्षी बने। जहा दशहरा पर्व पर सूर्यास्त के बाद रावण दहन किया गया। इसके उपरांत सभी ने एक दूसरे को दशहरा पर्व की बधाई दी और कार्यक्रम का समापन किया गया।दशहरा चल समारोह में आयोजक महावीर सेवादल समिति, वानर सेना, दशहरा उत्सव समिति के अलावा नगरवासी, राजनैतिक दलों के जनप्रतिनिधि, समाजसेवी संगठनों के पदाधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, मुख्यालय और आसपास के क्षेत्र से पहुंचने वाले दर्शक हजारों की संख्या में मौजूद रहे।
चल समारोह रहा मुख्य आकर्षण का केंद्र
असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयादशमी दशहरा मंगलवार को धूमधाम से मनाया गया। जहा प्रति वर्ष की भाँति इस वर्ष भी नगर मुख्यालय में आयोजित दशहरा चल समारोह मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा।इस चल समारोह में युवा साधक अर्पित अग्रवाल, ने हनुमान का स्वरूप धारण करते हुए 40 किलो वजनी मुकुट धारण कर अपनी वानरसेना के साथ भगवान श्रीराम की शोभायात्रा के सामने-सामने, नये श्रीराम मंदिर से नगर भ्रमण करते हुए रावण दहन स्थल तक का सफर पूरा किया। महावीर सेवादल समिति द्वारा असत्य पर सत्य की जीत के दशहरा पर्व पर दशहरा चल समारोह और रावण, कुंभकर्ण एवं मेघनाथ के पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित किया गया था। महावीर सेवादल समिति द्वारा मनाये जाने वाले दशहरा चल समारोह का मुख्य आकर्षण हनुमान महाराज का स्वरूप धारण करने वाले जीवंत हनुमानजी थे। जो इस वर्ष युवा महाराज अर्पित अग्रवाल ने धारण किया था। जो दशहरा में निकलने वाले चल समारोह में भगवान श्रीराम शोभायात्रा के आगे अपनी सेना के साथ 40 किलो वजनी हनुमान स्वरूप मुकुट धारण कर दशहरा चल समारोह की अगुवाही कर रहे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्तगणो ने मौजूद रहकर जय जय श्रीराम और जयवीर महावीर के जयघोष से नगर को गुंजमान किया। दशहरा चल समारोह में शोभायात्रा के साथ ही झांकियों भी आकर्षण का केन्द्र रही।नये श्रीराम मंदिर से प्रारंभ हुआ दशहरा चल समारोह सर्वप्रथम हनुमान चौक से दुर्गा मंदिर पहुंचा, जहां साधक, हनुमान स्वरूप धारण किए अर्पित अग्रवाल ने मातारानी से आर्शीवाद प्राप्त किया। मातारानी के दर्शन के बाद वानर सेना के साथ साधक अर्पित अग्रवाल हनुमान मंदिर पहुंचे। जहां उन्होने हनुमान जी से आर्शीवाद प्राप्त किया। इसके पश्चात यह चल समारोह रावण दहन के लिये नगर के मुख्य मार्ग से उत्कृष्ठ विद्यालय मैदान पहुंचा। इस दौरान नगर में जगह-जगह पुष्पवर्षा से चल समारोह का स्वागत भी किया गया। जहां पूर्ण विधि विधान के साथ अहंकार स्वरूपी रावण मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले का दहन कर विजयदशमी का पर्व मनाया गया।
श्रीराम के स्वरूप में नजर आए अथर्व, तो लक्ष्मण की अमन ने निभाई भूमिका
विजयदशमी पर्व पर निकाले गए इस चल समारोह शोभायात्रा में भगवान श्रीराम का स्वरूप अथर्व शुक्ला और भ्राता लक्ष्मण का स्वरूप अमन नेवारे ने धारण किया। यह शोभायात्रा नए श्रीराम मंदिर से होकर शहर के मुख्य मार्गो से होते हुए रावण दहन स्थल पहुंची। जहां विधिविधान से भगवान श्रीराम के रामबाण से लंकापति रावण सहित मेघनाथ और कुंभकर्ण के प्रतिक स्वरूप पुतले का दहन किया गया। प्रभु श्रीराम (अथर्व शुक्ला), भ्राता लक्ष्मण (अमन नेवारे) सहित वीर हनुमान (अर्पित अग्रवाल) ने अहंकारी रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाथ का वध किया।उधर रावण दहन के साथ ही पूरा मैदान जयश्रीराम, जय हनुमान के नारों से गूँज उठा।जिसके उपरांत सभी ने एक दूसरे को दशहरा पर्व की बधाइयां दी।
प्रशासन ने मतदान की लोगों को दिलाई शपथ
उधर जिले मतदान के प्रति लोगों को प्रेरित करने, जिले में पिछले बार की तुलना में इस बार मतदान का प्रतिशत बढ़ाने और मतदान के प्रति लोगों को जान जागरूक करने के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन ने दशहरा मैदान में उपस्थित लोगों को 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने, शांति और सौहार्द पूर्ण वातावरण में मतदान करने सहित स्वयं मतदान के लिए अन्य लोगों को भी प्रेरित व जान जागरूक करने की शपथ दिलाई।
सुरक्षा के दिखे पुख्ता इंतजाम
नगर में भव्य रूप से आयोजित इस दशहरा चल समारोह और रावण दहन को देखते हुए जिला और पुलिस प्रशासक द्वारा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गए। जहां रावण दहन स्थल के आसपास पुलिसकर्मी भारी मात्रा में तैनात रहे तो वहीं दशहरा चल समारोह में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मीयो की मौजूदगी देखी गई। तो वही दशहरा मैदान में जहां-तहाँ बैरिकेड लगाकर लोगों के आवागमन की व्यवस्था बनाई गई थी। इसके अलावा वही चहु ओर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।लेकिन सड़क के एक ओर आवागमन को प्रारंभ रखे जाने के कारण भारी संख्या में रावण दहन देखने पहुचे लोगो को वाहनो की धमाचौकड़ी के कारण परेशान होना पड़ा। तो वही भीड़ अधिक होने के चलते लोग दूर खड़े होकर इस मनोहर दृश्य को देखते नजर आए।