पूर्वी लद्दाख में सैन्य तनातनी की खीज में अरुणाचल प्रदेश के पांच भारतीय युवाओं को बंधक रखने के बाद चीन ने इन युवाओं को भारत को सौंप दिया है। कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर हुई बातचीत में भारत के भारी दबाव के बाद चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने इन युवाओं को शनिवार को सीमा पर भारतीय सैनिकों के हवाले कर दिया। सेना ने पांचों युवकों को कोरोना प्रोटोकॉल के तहत 14 दिन क्वारंटाइन में रखने का फैसला किया है। इसके बाद इन्हें इनके परिवारों को सौंप दिया जाएगा।
चीनी सेना ने पहले तो इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी लेकिन भारतीय सेना के लगातार दबाव और हॉटलाइन पर हुई बातचीत में 8 सितंबर को स्वीकार किया कि पांचों युवक उसके कब्जे में हैं। चीन की इस स्वीकारोक्ति के बाद भारत ने तत्काल इन युवकों को सौंपे जाने का दबाव बनाया। यद्यपि चीनी मीडिया ने इन युवकों को भारतीय जासूस बताया मगर चीनी सेना भी इस हकीकत से वाकिफ थी कि शिकार के दौरान अरुणाचल के पांचों युवक गलती से एलएसी पार कर गए। जाहिर तौर पर इन युवाओं की रिहाई में भारतीय सेना ने अपने रणनीतिक कौशल और क्षमता का दमदार प्रदर्शन किया। तेजपुर स्थित सेना के प्रवक्ता की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पांचों युवक सकुशल हैं।