आदिवासी समाज का जन आ΄दोलन आज

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बालाघाट (पद्मेश न्यूज)। आदिवासी समाज व अन्य समाज संगठनों द्वारा आदिवासियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर 15 अक्टूबर को नगर में एक विशाल जन आंदोलन किया जाएगा ।आदिवासी विकास परिषद के बैनर तले 15 अक्टूबर को नगर में आयोजित जन आंदोलन में झाम सिंह हत्याकांड, हाथरस, लामता दुराचार, एंट्रो सिटी एक्ट और आदिवासियों के विस्थापन सहित अन्य मांगों को लेकर समाज संगठन द्वारा प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा आदिवासियों की विभिन्ना ज्वलंत समस्याओं पर प्रदेशव्यापी लोकतांत्रिक जन आंदोलन की शुरुआत सर्व आदिवासी समाज संगठन के द्वारा उत्कृष्ट मैदान से की जाएगी जहा से नगर मुख्यालय में यह आंदोलन प्रारंभ होगा। जिसमें आदिवासी समाज के इस आंदोलन को अन्य समाज के संगठनो द्वारा भी समर्थन दिया गया है। इस दौरान रेली के रूप में प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचेगें और अपनी 9 सूत्रीय मांगो को लेकर ज्ञापन सौपा जायेगा। यह एक बड़ा आंदोलन है जिसमें हजारो की संख्या में लोगो के पहुंचने की संभावना है। इस जन आंदोलन को राष्ट्रीय सामाजिक संगठन भीम आर्मी भारत एकता मिशन मध्य प्रदेश के द्वारा पूर्ण रूप से समर्थन किया जा रहा है।
जन आंदोलन को देखते हुए अधिकारियों ने उत्कृष्ट विद्यालय मैदान का किया निरीक्षण
15 अक्टूबर को होने वाले आदिवासी आंदोलन को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने आज दोपहर में शहर के प्रमुख मार्ग का निरीक्षण किया। इस दौरान अपर कलेक्टर नोबेल फ्रैंकलीन ए, सीएसपी कारनिक श्रीवास्तव, एसडीएम के सी बोपचे, कोतवाली थाना प्रभारी एम आर रोमडे तथा यातायात थाना प्रभारी मौजूद थे। इस दौरान इनके द्वारा उस स्थान का वह मार्ग का निरीक्षण किया गया जहां से इनकी रैली निकलने वाली थी।
करीब 10 हजार लोग जिले भर से पहुंचेंगे – कोर्राम
इस पूरे मामले के संदर्भ में की गई चर्चा के दौरान आदिवासी विकास परिषद के जिला अध्यक्ष भुवनसिंह कोर्राम ने बताया कि आदिवासी अपने हक अधिकार की लड़ाई लडऩे आ रहे हैं उनके लिए जिस प्रकार की सुरक्षा और बाकी इंतजाम करने की अपील प्रशासन द्वारा की गई है अच्छा लग रहा है कम से कम हमारे आंदोलन को सहयोग किया जा रहा है। इसमें करीब 10 हजार लोग जिले भर से पहुंचेंगे। पिछले दिनों आंदोलन के दौरान 9 बिंदु सरकार के समक्ष रखे गए थे जिसमें से एक भी मांग सरकार ने नहीं मानी। जितने भी संवैधानिक अधिकार है उनकी लड़ाई है वन अधिकार अधिनियम, भू संहिता, एट्रोसिटी, कर्मचारी अधिकारियों को प्रतिनिधित्व नहीं मिलता,, छात्रों को उच्च शिक्षा में प्रवेश छात्रवृत्ति आवासीय भत्ता में अनियमितता होती है आदि ज्वलंत समस्याएं प्रशासन के समक्ष रखी जाएगी। हमारी रैली उत्कर्ष मैदान से निकलेगी जो कलेक्टर कार्यालय पहुंचने के पश्चात प्रशासन के समक्ष प्रतिनिधि मंडल द्वारा ज्वलंत समस्याओं को रखा जाएगा। सभी आंदोलनकारियों से अपील की गई है कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए उस दौरान मास्क और सैनिटाइजर भी वितरित किया जाएगा।
शासन प्रशासन आदिवासियों के हक अधिकारो पर नही दे रहा ध्यान -सुनील बेले
वहीं इस पूरे मामले के संदर्भ में की गई चर्चा के दौरान भीम आर्मी प्रदेश उपाध्यक्ष व अधिवक्ता सुनील बेले ने बताया कि जन आंदोलन में की जाने वाली मांगें जायज है। वर्तमान समय में शासन प्रशासन आदिवासियों के हक अधिकार की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण उक्त जन आंदोलन करना समाज हित में संवैधानिक है। भीम आर्मी हमेशा हक अधिकार और मान सम्मान की लड़ाई में सभी संगठनों के साथ रही है। जन आंदोलन के दिन बालाघाट जिले के भीम आर्मी कार्यकर्ताओं के अलावा अन्य जिलों से भी कार्यकर्ता पहुंचेंगे।
संभावित भीड़ के अनुसार तैयारी की है – अपर कलेक्टर
जन आंदोलन को लेकर की गई प्रशासनिक व्यवस्था के संदर्भ में की गई चर्चा के दौरान अपर कलेक्टर नोबेल फ्रैंकलीन ए ने बताया कि कल जो रैली आदिवासी समाज द्वारा निकाली जानी है उस हवेली के रूट का निरीक्षण कर तैयारी कर रहे हैं। संभावित लगभग तीन से चार हजार के आसपास भीड़ रहेगी उसके अनुसार तैयारी की जा रही है।

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