बालाघाट (पद्मेश न्यूज)। कोरोना संक्रमण काल में पूरे प्रदेश भर में अपनी बेहतर सेवाएं देने वाले आयुष चिकित्सकों के अस्थाई तौर पर केवल 1 माह की समय अवधि बढ़ाए जाने को लेकर सरकार के प्रति विरोध पनप रहा है वही जिले के कोविड-19 और फीवर क्लीनिक में अपनी सेवाएं देने वाले आयुष चिकित्सकों ने शुक्रवार को विधायक गौरीशंकर बिसेन को ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्या से अवगत कराया इस संदर्भ में आयुष चिकित्सक अंकित असाटी ने कहा कि सरकार के द्वारा कोरोना महामारी को देखते हुए 3 महीने के लिए अस्थाई तौर पर आयुष चिकित्सकों की सेवाएं ली गई थी लेकिन वर्तमान में केवल 1 महीने के लिए आयुष चिकित्सकों की सेवा अवधि बढ़ाई गई है हमारी मांग है कि यह समय अवधि 3 माह की होना चाहिए और यदि सरकार को ऐसा लगता है कि प्रदेश कोरोना संक्रमण मुक्त हो गया तो हम आज से ही अपनी सेवाएं समाप्त करते हैं। उन्होंने बताया कि मार्च के महीने में जब कोरोना महामारी आई थी तब 1 अप्रैल से पूरे प्रदेश में अस्थाई आयुष चिकित्सकों की भर्ती कोविड-19 के लिए की गई थी जिसमें आयुष चिकित्सक के द्वारा को व्हाट्सएप में सैंपल लेना कॉल सेंटर में ड्यूटी करना सहित पूर्व समर्थित जो भी कर दिए गए थे उनके लिए 3 माह के लिए उन्हें नियुक्त किया गया था उसके बाद सरकार के द्वारा पुन: 3 महीने की सेवा अवधि बढ़ा दी गई लेकिन दो दिन पहले ही जो आदेश आया है उसमें केवल 1 महीने की सेवा अवधि बढ़ाई गई है जो की समझ से परे है। वही आयुष चिकित्सकों को प्रतिमाह ?25000 दिया जाता है और पैरामेडिकल स्टाफ को ?15000 वेतन दिया जा रहा है इसके बावजूद भी वह अपनी सेवाएं पूरी इमानदारी से दे रहे हैं यदि 3 महीने की सेवा अवधि बढ़ाए जाने की लिखित तौर पर नहीं दिया जाता तो हमारे सभी आयुष चिकित्सक जो फीवर क्लीनिक में अपनी सेवाएं दे रहे हैं वह अपनी सेवाएं देना बंद कर देंगे।
आयुष चिकित्सकों की मांग को लेकर वरिष्ठ स्तर पर की जाएगी चर्चा -गौरीशंकर बिसेन
इस संदर्भ में विधायक गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि आयुष चिकित्सकों के द्वारा अपनी समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है जिसको लेकर वरिष्ठ स्तर पर चर्चा कर उनकी समस्या का समाधान करवाएंगे।