इस्लामाबाद: भारत ने पिछले सप्ताह चुपचाप अपनी चौथी परमाणु चालित बैलिस्टिक मिसाइल (SSBN) पनडुब्बी समुद्र में लॉन्च की थी। इसे भारतीय नौसेना की ताकत को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। 16 अक्तूबर को लॉन्च की गई एसएसबीएन का कोड नाम S4* है और यह परमाणु युक्त मिसाइलों को लॉन्च कर सकती है। यह परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल ले जाने में सक्षम है, जिसकी रेंज 3500 किलोमीटर है। भारत की इस नई ताकत पर पाकिस्तान नेवी के सेवानिवृत्त कोमोडोर ने प्रतिक्रिया दी है। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान नेवी की योजना का भी खुलासा किया है।
पाकिस्तान के पूर्व कोमोडोर साजिद शहजाद ने भारत की परमाणु चालित पनडुब्बी की ताकत को स्वीकार किया है लेकिन साथ ही कहा है कि पाकिस्तान नेवी की ऐसी कोई योजना नहीं है। पाकिस्तानी पूर्व सैन्य अधिकारी ने सुनो डिजिटल यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए ये बात कही है। पाकिस्तान के पास न्यूक्लियर सबमरीन के सवाल पर शहजाद ने कहा, पाकिस्तान की अपनी परमाणु चालित पनडुब्बी बनाने की योजना नहीं है।
परमाणु पनडुब्बी को बताया गैरजरूरी
भारत की न्यूक्लियर सबमरीन पर पाकिस्तानी पूर्व नेवी अधिकारी ने कहा, ‘मेरे ख्याल में इसकी जरूरत नहीं है। अगर आपके पास पारंपरिक पनडुब्बी है जो मिसाइल और टारपीडो फायर कर सकती है, फिर न्यूक्लियर सबमरीन रखने की क्या जरूरत है?’ दोनों सबमरीन अंतर बताते हुए उन्होंने कहा कि ‘न्यूक्लियर सबमरीन कई महीने पानी के अंदर रह सकती है, जबकि पारंपरिक पनडुब्बी को हर 12-14 घंटे के बाद ऊपर आना होता है।’