फीफा वर्ल्ड कप 2022 में मंगलवार को फ्रांस और मोरक्को के बीच दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला होगा। मोरक्को ने इस वर्ल्ड कप में सिर्फ एक ही गोल खाया है। वह भी मोरक्को के खिलाड़ी ने ही गलती से किया। यह कनाडा के खिलाफ आया था। डिफेंडिंग चैंपियंस फ्रांस एक भी नॉकआउट मुकाबले को पेनल्टी शूट आउट तक ले कर नहीं गया। सभी मैच उसने गोल स्कोर कर के जीते। फ्रांस के पास लगातार दूसरे वर्ल्ड कप के फाइनल में जाने का मौका है। वहीं, मोरक्को फाइनल खेलने वाला पहला अफ्रीकी देश बनने के करीब है।
हेड टु हेड
फ्रांस और मोरक्को ने 11 बार एक-दूसरे का सामना किया। फ्रांस का पलड़ा भारी रहा, उसने 7 मुकाबले जीते और मोरक्को ने 1 मैच जीता। बाकी 3 मैच ड्रॉ रहे। दोनों टीमें ज्यादातर समय छोटे टूर्नामेंट में ही भिड़ीं। अब पहली बार ही दोनों टीमें वर्ल्ड कप में एक दूसरे के सामने होंगी।
मोरक्को ने बड़ी टीमों को हराया
यह वर्ल्ड कप मोरक्को के लिए खास रहा है। उसने पहले बेल्जियम की गोल्डन जनरेशन को हराया। इसके बाद राउंड ऑफ 16 में स्पेन को हरा कर उन्हें टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। इसके बाद क्वार्टर फाइनल में उसने रोनाल्डो समेत पुर्तगाल के सपने तोड़ दिए।
इस वर्ल्ड कप में मोरक्को का डिफेंस मजबूत दिखाई दिया है। टीम ने पूरे वर्ल्ड कप में अब तक एक भी विपक्षी खिलाड़ी से गोल नहीं खाया। कनाडा के खिलाफ पड़ा एक मात्र गोल मोरक्को के खिलाड़ी ने ही गलती से कर दिया था। टीम के गोलकीपर बोनो इस साल शानदार फॉर्म में है। वे स्पेन की टॉप लीग सेवीया के लिए गोलकीपिंग करते हैं।
टीम के पास हाकिम जीएच और अशरफ हकीमी जैसे प्लेयर्स हैं जो यूरोप के क्लब फुटबॉल में अपना दबदबा दिखा रहे हैं।
फ्रांस का डिफेंस कमजोर
वर्ल्ड कप के दावेदारों में से एक मानी जा रही फ्रांस की टीम मजबूत है। लेकिन, अब तक फ्रांस ने 1 भी मैच में क्लीन शीट नहीं ली। टीम ने हर मैच में कम से कम 1 गोल खाया। हालांकि, फ्रांस ने ग्रुप D के पहले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से हराया। जबकि, दूसरे मैच में डेनमार्क को 2-1 से हराया। क्वालीफाई होने के बाद टीम ने ट्यूनीशिया ने खिलाफ ग्रुप स्टेज मैच में अपने प्रमुख प्लेयर्स को रेस्ट दिया। इसका उसे खामियाजा भुगतना पड़ा और टीम 1-0 से हार गई। राउंड ऑफ 16 में फ्रांस ने पोलैंड को 3-1 से हराया।
क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 2-1 से जीत हासिल की। हालांकि, उस मैच में डिफेंस में बड़ी गलती देखने को मिली। जब फ्रांस के डिफेंडर ने बेवजह पेनल्टी बॉक्स में 2 बार फाउल किए, जिस कारण इंग्लैंड को पेनल्टी मिल गई। लेकिन, फ्रांस की किस्मत अच्छी रही और इंग्लैंड पेनल्टी में स्कोर करने से चूक गया।
टीम के स्टार स्ट्राइकर कीलियन एम्बाप्पे के नाम टूर्नामेंट में 5 गोल हैं। वहीं, ओलिवर जीरूड के नाम 4 गोल हैं। फ्रांस के पास अटैक में रन लेने के लिए एम्बाप्पे और हेडर स्कोर करने के लिए जीरूड हैं। वहीं, असिस्ट और अच्छे पास क्रिएट करने के लिए एंटनी ग्रीजमेन भी हैं। स्ट्राइकर ग्रीजमेन इस समय टीम में अटैकिंग मिडफील्डर के रूप में खेलते हुए स्ट्राइकर्स को असिस्ट कर रहे हैं। वे टीम के मुख्य खिलाड़ी हैं।