शासकीय शंकर साव पटेल महाविद्यालय वारासिवनी के छात्र छात्राओं के द्वारा 21 दिसंबर को महाविद्यालय प्राचार्य प्रवीण श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपकर 5 सूत्रीय मांगों का जल्द निराकरण करने की मांग की गई। इस दौरान ज्ञापन लेने महाविद्यालय प्रशासन से किसी के भी ना आने पर विद्यार्थियों के द्वारा महाविद्यालय के द्वार पर कॉलेज प्रशासन होश में आओ होश में आओ जैसे विभिन्न प्रकार के नारे लगा कर जमकर नारेबाजी की गई। जिस पर करीब 20 मिनट बाद प्राचार्य प्रवीण श्रीवास्तव एवं जनभागीदारी अध्यक्ष प्रफुल्ल बिसेन छात्र-छात्राओं के पास पहुंचे जिन्हें विद्यार्थियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। जिसमें उल्लेखित है कि जनभागीदारी से चल रहे सभी संकाय व एलएलबी को शासकीय करवाया जाये ताकि सभी बच्चों को शासकीय योजनाओं का पूर्ण लाभ प्राप्त हो। लाइब्रेरी में यूनिवर्सिटी के अनुसार निर्धारित विषय के संबंधित किताबों का आहरण किया जाये क्योंकि एक व्यक्ति को गत वर्ष से फायदा पहुंचाने के लिए 5-5 बुक दी जाती है जिस तरह लाइब्रेरियन अपने पद का दुरुपयोग करते हुए संस्था में संचालित अन्य संकाय के छात्रों से अन्याय करते हुए सुविधा नहीं दे पा रहे हैं जिसकी पुनरावृत्ति ना हो। प्रातः काल से संस्था परिसर में लग रही संकायों की कक्षा का कालखंड का निर्धारण इस प्रकार से किया जाए कि उपलब्ध संस्था के कक्षा की बैठक व्यवस्था पूर्णता उपयोग हो सके जिससे एक दूसरे की क्लास का अवरोध उत्पन्न ना हो। सभी संकाय में बौद्धिक ज्ञान विस्तार से संबंधित एवं शारीरिक ज्ञान से संबंधित खेल कूद व अन्य गतिविधियां सप्ताहिक की जाये जिसकी समय सारणी जारी हो। हर पालक अध्यापकों व संस्था प्रमुख कि सम्मिलित बैठक की व्यवस्था की जाए जिससे शिक्षा के प्रति अनुशासन के प्रति संस्था विकास के प्रति छात्रों अध्यापकों के प्रति सुझाव व शिकायतों को संस्था परिसर में निपटारा किया जाये। एसटी एससी के अध्यनरत छात्र-छात्राओं को शासन द्वारा योजना का महाविद्यालय संस्था प्रमुख के माध्यम से लाभ दिलाया जाए जो उन्हें वर्तमान तक नहीं दिया गया है और पात्र छात्र-छात्राओं को यह लाभ उपलब्ध कराएं सहित अन्य विषयों पर ध्यानाकर्षण करवा कर इनका निराकरण करने की मांग की गई।