आजादी के बाद से लेकर अब तक किसान और सरकार के बीच मुख्य भूमिका निभाने वाली सहकारी समितियों के पिछड़ने के साथ ही बदलाव नहीं होने की वजह को मुख्य कारण बताया जाता रहा है। सरकार अब उसी कड़ी को मजबूत करने के लिए जिले की सभी सहकारी समितियों को कंप्यूटराइज ऑनलाइन करने की तैयारी कर रही है।
इसके लिए बकायदा जिले की सभी सहकारी समितियों के डाटा को सहकारी बैंक द्वारा प्रारंभिक स्तर पर भोपाल भेज दिया गया है जिससे सहकारी समितियों के डाटा को प्रारंभिक तौर पर कंप्यूटर पर लोड कर दिया जाए।