कोरोना वारियर्स के रूप में नही मिला कहीं भी सम्मान
1 वर्ष पहले चीन के वुहान शहर के रास्ते कोरोना वायरस का संक्रमण विश्व के अन्य देश के साथ-साथ भारत भी पहुंचा। इस दौरान इस कठिन समय में अपनी सेवाएं देने वालों को सरकार ने कोरोना वारियर्स का नाम दिया। लेकिन जैसे ही कोरोना महामारी का वैक्सीन तैयार हुआ सरकार धीरे-धीरे इन कोरोना वारियर्स को बुलाते गई।
यह आरोप स्वयं इस संक्रमण महामारी के दौर में कोविड सेंटर में सफाई करने वाले सफाई कर्मचारियों ने लगाया। उनके द्वारा बताया गया कि प्रदेश शासन सहित जिले की किसी भी समाज सेवी संस्था द्वारा कभी कोरोना वारियर्स के रूप में सम्मान नहीं किया।
उल्टा जैसे ही कोरोना की वैक्सीन तैयार हुई और कोरोना बीमारी से पीड़ित लोगों की संख्या कम होती गई। उन्हें काम से निकाल दिया गया। यही नहीं सफाई कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि उन्हें दो-तीन महीने का मानदेय भी नहीं दिया गया।










































