मध्य प्रदेश में कोहरी समाज को ओबीसी वर्ग में रखा गया है। जबकि केंद्र में कोहरी समाज ओबीसी वर्ग में नहीं आता। जिसके चलते केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत पढ़ाई, परीक्षा, नौकरी सहित केंद्र के विभिन्न मामलों में कोहरी समाज के लोगों को ओबीसी वर्ग के आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाता और उन्हें सामान्य वर्ग से पढ़ाई, परीक्षा , नौकरी या अन्य केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ लेने की तैयारी करनी पड़ती है। जहां केंद्र स्तर पर ओबीसी आरक्षण का लाभ नहीं मिलने से कोहरी समाज के लोगो को शिक्षा पढ़ाई और नौकरी से वंचित होना पड़ता हैं। जिसको लेकर कोहरी समाज में सरकार के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है। जिन्होंने इस एक सूत्रीय मांग अब तक पूरी ना होने पर अपनी नाराजगी जताते हुए, अपनी मांग को पूरा करने के लिए प्रशासन को 15 दिनों की मोहलत दी थी। जहां मोहलत समाप्त होने पर भी कोहरी समाज की मांग अब भी अधूरी है।जिसको लेकर कोहरी समाज ने अब अनिश्चितकालीन आंदोलन किए जाने की रणनीति बनाई है। जिसके तहत सामाजिक बंधुओ ने गांव-गांव बैठक के लेकर आज सोमवार 11 सितंबर से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है जहां 35 से अधिक गांव के सामाजिक बंधुओ ने इस धरना प्रदर्शन में भाग लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, तो वहीं उन्होंने अपनी एक सूत्रीय मांग को जल्द से जल्द पूरा किए जाने की गुहार लगाई ।जहां उन्होंने 7 दिनों के भीतर मांग पूरी न होने पर कलेक्ट्रेट का घेराव किया जाने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू रखना और उससे भी बात ना बनने पर आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किए जाने की चेतावनी दी है
करीब 20 वर्षो से लड़ रहे अपने अस्तित्व की लड़ाई
बहुउद्देशीय कोहरी समाज संघठन द्वारा अपनी मांग को लेकर आगामी 11 सितंबर दिन सोमवार से बोनकट्टा बैरियर चौक पर आनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया गया है।,जिसमें कोहरी समाज संघठन द्वारा अपनी इस मांग को पूरा किए जाने को लेकर जमकर नारेबाजी की गई तो वहीं उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ भी अपना आक्रोश जाहिर करते हुए सरकार के खिलाफ गंगनचुंबी नारे भी लगाए गए। प्रदर्शन के दौरान समाज संगठन के पदाधिकारी ने बताया कि कोहरी समाज विगत 20 वर्षों से अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।विगत 20 वर्ष पहले कोहरी समाज को राज्य की पिछड़ा वर्ग की सुची मे सम्मिलित किया गया था,लेकिन उस वक्त से केंद्र की पिछड़ा वर्ग की सुची मे नही होने के कारण समाज में काफी आक्रोश पनप रहा है कोहरी समाज के होनहार बच्चे केंद्र सरकार की परीक्षा एंव नौकरीयों मे आरक्षण नही होने के कारण पिछड़ रहे हैं।जिसको लेकर समस्त कोहरी समाज द्वारा अपनी मांग शासन -प्रशासन तक पहुंचाने के लिये गांव गांव मे बैठके आयोजित कर आज 11 सितंबर से बोनकट्टा बैरियर चौक पर तकरिबन 15 हजार कोहरी समाज को संगठित कर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। अब जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक हमारा यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
आवेदन निवेदन का भी नहीं हो रहा असर
प्रदर्शनकारियो ने बताया कि ओबीसी में कोहरी समाज को शामिल करने की मांग वर्षो से की जा रही है। अपनी इस मांग को लेकर सामाजिक बंधुओ ने समाज संगठन के माध्यम से कई बार आवेदन निवेदन किया गया है। कई बार ज्ञापन सौंप गए हैं। लेकिन हमारी यहां मांग पूरी नहीं की जा रही है। इसको लेकर हमने करीब 15 दिन पहले मुख्यमंत्री के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौंप कर हमारे समाज को केंद्र की सूची में ओबीसी में शामिल करने की मांग की थी। जहां शासन प्रशासन को यह मांग पूरी करने के लिए 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया था। अल्टीमेटम खत्म हो चुका हैं। बावजूद इसके भी अब तक हमारी मांग पूरी नहीं हुई है ।जिसको लेकर अब सामाजिक बंधुओ ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किए जाने की रणनीति बनाई है जिसके तहत आज से अनिश्चितकाल के लिए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है ।जिसमें ग्राम महकेपार, परासपानी, कोसम टोला, हरिटोला, अम्बीझरी, पुलपट्टा, टेकाड़ी, फुलचूर, बड़पानी, बांडारेव, बोनकट्टा और नांदोरा सहित करीब 35 से अधिक गांवों के हजारों लोग शामिल हुए हैं।
तो 7 दिन बाद करेंगे कलेक्ट्रेट का घेराव, बात नहीं बनी तो करेंगे चुनाव का बहिष्कार- दीपक पुष्पतोड़े
बोनकट्टा बैरियर चौक पर कोहरी समाज संघठन द्वारा शुरू किए गए इस अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को लेकर की गई चर्चा के दौरान समाज संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी दीपक पुष्पतोड़े ने बताया कि अपनी वर्षो से लंबित मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया गया है ,जिसमे तकरिबन 10 हजार लोग उपस्थित है,। समाज की प्रमुख मांग कोहरी समाज को केंद्र सरकार की पिछड़ा वर्ग की सुची मे सम्मिलित करना है जिसमें विगत 20 वर्षो से कोहरी समाज सतत अपने हक और अधिकार की लड़ाई के लिए प्रयासरत हैं। पठार क्षेत्र मे लगभग 40 गावों मे बसे एंव अन्य जिलों मे निवासरत कोहरी समुदाय के लोग अपना मुख्य व्यवसाय खेती-किसानी का कार्य करते हुये पिछड़ेपन की जिंदगी जी रहा है,और अपने अस्तित्व की लड़ाई के लिए लगातार संघर्षरत है।मध्यप्रदेश मे कोहरी जाती पिछड़ा वर्ग की 33ए मे दर्ज है,लेकिन केंद्र सरकार की सुची से नदारद है,नतीजा कोहरी जाती के होनहार छात्र केंद्र की परीक्षा एंव नौकरी,छात्रवृत्ति या अन्य योजनाओं से वंचित होना पड़ रहा है,इसी के मद्देनजर बहुद्देशीय कोहरी समाज संघठन द्वारा केंद्र सरकार की पिछड़ा वर्ग की सुची मे कोहरी जाती को शामिल करने को लेकर अनिश्चितकालीन धरना आंदोलन करने को मजबूर हो रहा है।आज पहले दिन मौका स्थल पर तहसीलदार तिरोडी उपस्थित थे,जिन्हें समाज के प्रतिनिधियों द्वारा ज्ञापन सौंपकर अपनी मांग को शासन के ओर पहुंचाने का निवेदन किया गया।उन्होंने आगे बताया की जब तक मांग पुरी नही होती तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा, यदि 7 दिनों के भीतर मांग पूरी नहीं की जाती तो कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव कर विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।