शिक्षा विभाग में अधिकांश देखने में यही आता है कि नियमों की अनदेखी कर अपने अनुसार नियम बना दिए जाते हैं। कुछ इसी तरह का मामला जिले के भीतर भी दिखाई दे रहा है। जिसको लेकर शिक्षकों ने जिला प्रशासन को मध्य प्रदेश शासन के नाम ज्ञापन सौंपा।
किरनापुर तहसील की नेवरगांव कला से पहुंचे शिक्षक ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षकों के क्रमोन्नति का कोई समय तय नहीं है। किसी को 12 साल बाद क्रमोन्नति नहीं मिल रही है, तो कोई 3 साल बाद क्रमोन्नति का लाभ वेतन के रूप में ले रहा है। जिस कारण प्रति माह शासन को बहुत अधिक नुकसान हो रहा है अतः शासन इस पर पुनर्विचार करें जिससे अपने नुकसान से ही शासन बच सकता है।










































