खंडवा मेडिकल कॉलेज में 11 घंंटे में 10 मरीजों की मौत, लापरवाही के आरोप

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कोविड केयर सेंटर में लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। यहां कोरोना संक्रमण बजाए अव्यवस्था व लापरवाही से ज्यादा मौतें हो रही हैं। गुरुवार रात से शुक्रवार तक 11 घंटे में 10 मरीज दम तोड़ चुके हैं। हालातों से निपटने के लिए मेडिकल कालेज प्रबन्धन ने भर्ती मरीजों को बड़ी संख्या में अस्पताल से घर भेजना शुरू कर दिया है। वहीं नए मरीजों को भी आसानी से भर्ती नहीं किया जा रहा है।

आरोप है कि अस्पताल में मरीज की मौत होने पर कईं घंटे तक तक स्वजनों को जानकारी नहीं मिल पा रही है। शव सौंपने में भी विलंब होने से स्वजनों सब्र अब जवाब देने लगा है। रोते- बिलखते स्वजनों को समझाइश देने की बजाय अस्पताल परिसर में सशस्त्र पुलिस को तैनात कर दिया गया है।

मैडम मेरी विनती सुनो व्यवस्था को सुधारो ताकि और किसी बेटे को पिता न खोना पड़े

शुक्रवार सुबह को भामगढ़ निवासी ओमप्रकाश पांडे की कोविड वार्ड में मौत हो गई। स्वजनों ने बताया कि मौत का जो समय बताया जा रहा है उससे मात्र 12 मिनट पहले उन्होंने फोन पर बात की थी तब उनकी तबियत ठीक थी, अचानक मौत कैसे हो गई, कोई नहीं बता रहा है। उनकी कोरोना रिपोर्ट भी अभी तक नहीं आई है। हम सुबह से खड़े है चार घंटे बाद भी शव नहीं दिया है। जब रिपोर्ट नहीं आई तो शव को घर क्यों नहीं ले जाने दे रहे हैं।उल्टे हमें ही धमका रहे है।

आक्सीजन की कमी से उड़ी अधिकारियों की नींद, रात भर कोविड अस्पताल परिसर में डटे रहे कलेक्टर

कोविड केयर सेंटर में मरीजों की अधिक संख्या होने के कारण आक्सीजन की खपत भी बढ़ी है। गुरुवार रात को आक्सीजन वाले सभी बिस्तरों पर मरीज भर्ती थे। जिससे भर्ती होने के लिए आए अन्य मरीजाें को लगभग एक घंटे इंतजार करना पड़ा। इस स्थिति ने स्वास्थ्य विभाग सहित जिला प्रशासन को भी चिंता में डाल दिया है। गुरुवार रात कलेक्टर अनय द्विवेदी कोविड केयर सेंटर पहुंचे। यहां पर मरीजों को छुट्टी देने की व्यवस्था देखने के साथ ही आक्सीजन व्यवस्था को भी देखा। देर रात तक टैंकर नहीं पहुंचने पर कई मरीजों को सेंट्रल लाइन के बजाय छोटे सिलेंडर उपलब्ध कराए गए।शुक्रवार सुबह टेंकर आने पर सभी ने राहत की सांस ली। आक्सीजन और पलँग की उपलब्धता को लेकर कोविड सेंटर में कोहराम मचा हुआ है।

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