ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर विधायक झूठी वाहवाही लूट रहा है-प्रदीप जायसवाल

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वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। शासकीय सिविल अस्पताल में अमृत जनकल्याण समिति की बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक पूर्व मंत्री प्रदीप जायसवाल, जिला स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी डॉ. परेश उपलव, एसडीएम राजीव रंजन पांडे सहित अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति में प्रारंभ की गई। जिसमें विभिन्न विषयों को लेकर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। इस दौरान पूर्व मंत्री प्रदीप जायसवाल के द्वारा समस्त अधिकारी और सदस्यों के साथ सिविल अस्पताल के शासकीय क्वार्टर का निरीक्षण किया गया। वहीं अस्पताल तोडऩे के कार्य का भी अवलोकन किया गया । इसके बाद बैठक में किस प्रकार से भवन टूटने के बाद व्यवस्थाओं का संचालन किया जाएगा इस विषय पर चर्चा की गई। वहीं अस्पताल की अव्यवस्था जैसे हर बार मरीज को बालाघाट रिफर कर देना डॉक्टर के द्वारा नशे में धुत होना सहित अन्य संवेदनशील विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा करने के उपरांत अमृत जनकल्याण समिति के फं ड से एक लाख रूपये की राशि प्रदान कर २५ लाख की सर्व सुविधायुक्त एंबुलेस को फि र से टायरो, बीमा सहित अन्य दिक्कतो को दूरस्त करने का निर्णय लिया गया ताकि मरीजो को असुविधा ना हो। इस अवसर पर बीएमओ डॉ.कमलेश झोडे ,ख्नपा सीएओ सूर्यप्रकाश उके ,शैलेंद्र आहूजा, डॉ.नीरज अरोरा, आंनद बिसेन, एसडीओ आंनद बंसोड, लखी रामचंदानी ,संजय कासल ,विनय सुराना ,दिपक आडे ,शैलेंद्र तिवारी ,संदीप मिश्रा ,मोनू लिमजे , डॉ विजेन्द्र चौधरी ,डॉ. सत्यम शर्मा सहित अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

अनुशासन बनाए रखें अन्यथा शराब की बात आने पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी

पूर्व मंत्री प्रदीप जायसवाल ने बताया कि अमृत जनकल्याण समिति की बैठक थी उससे कई सुविधा नि:शुल्क दी जा रही है । उसमें हमारे सहयोगियों ने जो सहयोग किया था और उसे अस्पताल की व्यवस्था बदली थी। परंतु अभी निराशाजनक स्थिति २ वर्ष से अस्पताल में है मरीज को रिफर कर दिया जाता है उनका ठीक उपचार या प्राथमिक उपचार ठीक से नहीं हो पता है। तो वहीं हमें जानकारी मिली थी कि डॉक्टर शराब के नशे में रहते हैं तो हमें चिंता हुई कि वारासिवनी की छवि खराब हो रही है । मरीज निराश होकर वापस जा रहे हैं तो हमने यह बैठक रखी थी। यहां पर जिला चिकित्सा अधिकारी भी उपस्थित थे सभी को नसीहत दी गई है कि वह जवाबदारी से काम करें । अनुशासन बनाए रखें अन्यथा शराब की बात आने पर बालाघाट से टीम भेज कर जांच और कानूनी कार्यवाही की जाएगी। बीएमओ से चार्ज नहीं संभाल जा रहा है तो बालाघाट से किसी को भेजा जायें हमने अपने समय ५ वर्ष में सभी व्यवस्था की है। आसपास के जिलों में १०० बिस्तर का अस्पताल नहीं मिला किंतु अपने कार्यकाल में जून २०२३ में हमने यह लेकर आए थे । इसके बनने से कटंगी ,लालबर्रा ,खैरलांजी को लाभ मिलेगा बड़ी सुविधा होगी। स्टाफ विशेषज्ञ और मशीन भी बढ़ेगी इसका निर्माण कार्य प्रारंभ होने का है। हमारी सोच थी कि यह अपने पुराने स्थान पर ही बने और तब तक के लिए शासकीय क्वार्टर में व्यवस्था बनाई जाएगी डेढ़ वर्ष में यह पूरा हो जाएगा। वहीं सर्व सुविधा एक युक्त एंबुलेंस जो हमने दी थी उसके सुधार कार्य के लिए भी समिति की एक लाख रुपए की राशि दी गई है। ताकि मरिज नागपुर ,जबलपुर आना जाना कर सके और बता दिया गया है कि आगे का मेंटेनेंस अब अस्पताल करेगा।

विधायक का दो वर्षो में एक भी सडक़ ना लाना निराशा जनक और बाते बड़ी बड़ी

श्री जायसवाल ने बताया कि फ्लाइओवर में भूमि अर्जन हो गया है सर्विस रोड़ का काम भी चालू है । रेलवे के जो ठेकेदार मुंबई के विजय एजेंसी है उसका काम ढीला लगने पर जिला कलेक्टर से चर्चा की गई थी । जिन्हें फ टकार लगाई गई है तो उन्होंने आश्वासन दिया की वर्षा काल में यह पूरा हो जाएगा। बालाघाट के ठेकेदार ने अपना पूरा काम कर दिया है उम्मीद है कि वर्षा काल के बाद फ्लाइओवर चालू होगा। महाराष्ट्र को जोडऩे वाले बड़े ब्रिज हमारे यहां पर बनाए गए हैं अभी ४० करोड़ से घोटी धापेवाड़ा तैयार हो रहा है । इसमें एप्रोच रोड़ के लिए डांगोरली से साकडी के लिए सडक़ हम अपने कार्यकाल में नहीं करवा पाए थे । पर उम्मीद है कि यह नए कार्यकाल में बने हमने कहीं पढ़ा कि हमारे विधायक कहते हैं कि हम शहर को गांव से जोड़ रहे हैं । मेरा कहना है कि साकड़ी से पुल तक सडक़ बनाने में एक करोड़ रुपए लगेगा हमने अपने कार्यकाल में २ करोड रुपए वाली ५३ सडक़े बनाई है। २ वर्ष में एक सडक़ नहीं बनी निराशा हुई की पद पर बैठने के बाद अभी तक कोई सडक़ स्वीकृत नहीं हुई है। वहां पर कोई ठेकेदार नहीं कोई टेंडर नहीं फ र्जी बातें बोली जा रही है की फ्लाइओवर अस्पताल में लाया सडक़ स्वीकृत कहां से हुई तो पता नहीं । अभी गिट्टी जो डाली गई है वह बरसात के पहले जो पेज रिफ र होता है वह किया गया है । यह सडक़ एक करोड़ की बनेगी सडक़ स्वीकृत हो गई है काम चालू हो गया है यह सब गलत बोल रहे हैं।

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