बालाघाट और मंडला जिले में घटिया चावल मिलने की केंद्रीय जांच दल की रिपोर्ट के बाद सीएमओ कार्यालय के निर्देश पर जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में स्थानीय प्रशासन में ताबड़तोड़ कार्यवाही करते हुए वारासिवनी अंतर्गत 13 राइस मिल को सील कर दिया था।
जिसमें आगे की जांच ईओडब्ल्यू के द्वारा की जाएगी जिसके संबंध में 4 सितंबर को ईओडब्लू की पांच सदस्यी टीम वरिष्ठ अधिकारी प्रदीप कुमार जैन के नेतृत्व में वारासिवनी पहुची। जिसने वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत वारा स्थित मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिकस कारपोरेशन गर्रा स्थित सीडब्ल्यूसी सहित अन्य वेयर हाउस का निरीक्षण कर प्रकरण की बारीकियों को जाना।
जो भोपाल से शुक्रवार को सुबह बालाघाट पहुंची और उक्त संबंध में कार्यवाही में जुट गयी और उक्त मसले की जांच प्रारंभ कर दी है। विदित हो कि घटिया चावल के मामले में जिला प्रशासन के द्वारा पूर्व में कार्यवाही करते हुए 9 कर्मचारियों को निलंबित कर उनके विरुद्ध एफ आई आर दर्ज करने के निर्देश दिए थे जिसके बाद 18 राइस मिलर्स के राइस मिल सील कर संचालक के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने और बिजली कनेक्शन काटने के निर्देश दिए गए थे। जिसमें सर्वाधिक राइस मिल वारासिवनी क्षेत्र की थी जहां पर ईओडब्लू की टीम ने आकर विस्तार से जानकारी ली और प्रकरण को पूरी तरह समझने का प्रयास किया।
प्राप्त जानकारी अनुसार उक्त टीम ने बालाघाट पहुंचकर नान डीएमओ डीएसओ के ऑफिस का निरीक्षण किया और दस्तावेजों की जांच की जिसे कहा जा सकता है कि घटिया चावल मिलने का प्रकरण पूरी तरह जिला प्रशासन ने ईओडब्ल्यू को सौंप दिया है जो इसमें जांच कर रही है और ईओडब्ल्यू के हस्तक्षेप के बाद लग रहा है कि उचित कार्यवाही होंगी और इसमें भी अन्य प्रकार के और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही ही।