पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh) का रविवार को 74 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद दिल्ली के ऐम्स में उनका इलाज चल रहा था। दो दिन पहले उनकी हालत बिगड़ गई थी। सांस लेने में परेशानी होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उनका पटना के ऐम्स में इलाज किया गया था। कुछ ठीक होने के बाद उन्हें पोस्ट कोविड मर्ज के इलाज के लिए दिल्ली लाया गया था। बता दें, 3 दिन पहले ही उन्होंने लालू यादव की पार्टी राजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था।
रघुवंश बाबू के बारे में कहा जाता है कि ऊपर से देहाती दिखने वाला यह शख्स अंदर से बहुत ही ज्ञानसमृद्ध और सामाजिक-ऐतिहासिक विषयों का गहन जानकार थे। उन्होंने साइन्स से ग्रेजुएट किया था और गणित में मास्टर डिग्री हासिल की थी। आरजेडी में रहते हुए लालू यादव की नाराजगी से बेपरवाह रघुवंश बाबू ने उन निर्णयों का खुल कर विरोध करते थे, जिन्हें वह अनैतिक या जनविरोधी मानते थे।
लालू यादव हुए इमोशनल
अपने पुराने साथी रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर लालू यादव ने इमोशनल ट्वीट किया। लालू ने लिखा, प्रिय रघुवंश बाबू! ये आपने क्या किया? मैनें परसों ही आपसे कहा था आप कहीं नहीं जा रहे है। लेकिन आप इतनी दूर चले गए। नि:शब्द हूँ। दुःखी हूँ। बहुत याद आएँगे।