पंजाब कांग्रेस में फिलहाल शांति है। लेकिन राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सबकुछ ठीक नहीं है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस एक विधायक ने अपने ही स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव पर आरोप लगाया कि उन्होंने हमला कराया था। इस तरह के आरोपों से व्यथित टी एस सिंहदेव ने विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार, विधायक के आरोपों पर जांच के आदेश नहीं करती है या प्रेस रिलीज नहीं करती वो सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं होंगे।
कांग्रेस विधायक का यह था आरोप
विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा था कि एक कार्यक्रम के लिए अंबिकापुर जाते समय टीएस बाबा’ (छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव) के एक रिश्तेदार ने हमारे एक वाहन का पीछा किया, ड्राइवर से चाबी छीन ली और कार में तोड़फोड़ की। वह मुझसे मांगते रहे, लेकिन मैं पहले ही जा चुका था। क्या आदिवासी विधायक पर हमला कर कोई मुख्यमंत्री बनेगा? अगर वह सोचते हैं कि 4-5 विधायकों को मारकर वह सीएम बन जाएंगे तो उनको शुभकामनाएं हैं।
डॉ रमन सिंह ने क्या कहा
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के सदन से बाहर निकलने पर ढाई साल में (छत्तीसगढ़) सरकार पूरी तरह से बिखर गई है। जब एक मंत्री ने सरकार से सारी उम्मीदें खो दी हैं, तो राज्य के 2.7 करोड़ लोग इस पर क्यों भरोसा करेंगे? उन्होंने कहा कि क्या इस तरह से भी सरकार चलाई जाती है कि आधा कार्यकाल किसी और के हवाले और आधा किसी और के हवाले। दरअसल यह कांग्रेस की संस्कृति रही है कि फूट डालो और राज करो। ढाई साल पहले कांग्रेस ने जो फैसला किया उसका नतीजा छत्तीसगढ़ की जनता भुगत रही है, इससे ज्यादा वो और कुछ नहीं कहेंगे।










































