ट्रक के आवागमन पर पाबंदी लगाने ग्रामीण हुए लामबंद

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वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत तुमाड़ी के ग्रामीण 1 अगस्त को वारा से तुमाड़ी मार्ग पर ट्रैकों के आवागमन को लेकर लामबंद हो गये। इस दौरान ग्रामीणों के द्वारा आंदोलन कर ट्रैकों को रोक दिया गया इसके बाद मार्ग पर ट्रैकों की लंबी कतार खड़ी रही। इसमें बताया जा रहा है कि एक ट्रक चालक के द्वारा रात्रि में ग्राम के किसान के साथ मारपीट कर ली गई थी वही 100 डायल बुलाकर उसे डराया जा रहा था। वही पुलिस के द्वारा ग्राम के एक ग्रामीण को उठाकर पुलिस थाना लेजा लिया गया था जिससे आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा यह कार्य किया गया। जिसमे ग्रामीणों के द्वारा ग्राम के अंदर से और वेयरहाउस वाले कच्चे मार्ग से ट्रैकों के आवागमन पर पाबंदी लगाने की मांग शासन प्रशासन से की गई है। ताकि वर्तमान जैसी समस्या से आगे भी परेशानी ग्रामीण और किसान दोनों को न उठानी पड़े। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद रहे।

यह है मामला

प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत वारा से तुमाड़ी और तुमाड़ी से कोपे मार्ग पर वेयरहाउस स्थित है जहां पर शासन के द्वारा भंडारण किया जाता है। जिसके लिए रोजाना करीब एक सैकड़ा ट्रैकों का आवागमन होता है ऐसे में यह ट्रक ग्राम के मध्य से होते हुए जाते हैं तो वहीं कुछ ट्रक ग्राम के पहले एक कच्ची रोड की तरफ मुड़ जाते हैं। ऐसे में ट्रैकों के आवागमन से बरसात के कारण काफी परेशानी का सामना ग्रामीणों सहित किसानों को करना पड़ रहा है। इसको लेकर 31 जुलाई की रात्रि में कच्चे मार्ग पर बहुत ज्यादा दलदल हो जाने के कारण एक ट्रक को रोक दिया गया कि यह मार्ग सुख जाए उसके बाद अंदर चले जाना। किंतु उक्त ट्रक चालक के द्वारा उस किसान डेलचंद पटले के साथ हाथापाई कर शर्ट फाड़ दी गई वहीं 100 डायल बुलाकर उसे डरने का कार्य भी किया गया। जिसकी जानकारी किसान के द्वारा ग्राम में आकर जनप्रतिनिधि एवं ग्राम के वरिष्ठ जनों को दी गई जो घटना से आक्रोशित होकर 1 अगस्त की सुबह वारा से तुमाड़ी मार्ग स्थित पुलिया पर बड़ी संख्या में खड़े होकर ट्रैकों के आवागमन पर पाबंदी लगाने को लेकर लामबंद हो गए। इसके बाद करीब एक दर्जन से अधिक ट्रैकों की लंबी कतार खड़ी हो गई जिन्हें स्पष्ट रूप से ग्राम के अंदर से गुजरने और कच्चे मार्ग का उपयोग नहीं करने के लिए हिदायत दी गई।

यह है मार्ग की स्थिति

वारा से तुमाड़ी और तुमाड़ी से कोपे मार्ग प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत बनाया गया है जिसकी क्षमता 8 से 9 टन तक के वाहन के आवागमन की है। तो वही वार से तुमाड़ी मार्ग पर स्थित पुलिया के पास से वेयरहाउस तक कच्चा मार्ग बना हुआ है जिसकी क्षमता इससे भी कम है। परंतु उक्त दोनों मार्गों पर वेयरहाउस में 35 से 40 तन के 12 चक्का 18 चक्का 22 चक्का ट्रक चल रहे हैं। जबकि तुमाड़ी से कोपे मार्ग का निर्माण करीब 15 दिवस पहले ही किया गया है और कच्चे मार्ग निर्माण के लिए कई बार आवेदन दिया गया है परंतु जनपद पंचायत द्वारा उसे अच्छा मार्ग बात कर छोड़ दिया जाता है। वर्तमान में बरसात का मौसम चल रहा है वार रेलवे क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज निर्माण के कारण मार्ग डायवर्ट कर दिया गया है जिससे सभी ट्रक तुमाड़ी होते हुए नेवरगांव निकल रहे हैं जिससे मार्ग उखाड़ने लगा है। तो वहीं कच्चे मार्ग पर करीब डेढ़ फीट कीचड़ का दलदल हो गया है जहां से किसान भी सुविधा अनुसार आना-जाना नहीं कर पा रहे हैं जो उनके खेतों में जाने का रास्ता है जिससे उन्हें काफी समस्या हो रही है। इससे सभी मे आक्रोश भरा है।

किसान डेलचंद पटले ने पद्मेश से चर्चा में बताया की रात्रि में मेरे द्वारा मार्ग में बहुत ज्यादा समस्या होने पर क्योंकि कच्चा मार्ग है कीचड़ बहुत ज्यादा है तो रोड को देखते हुए ट्रक को रोका गया कि इस सूखने दे सुबह चले जाना। क्योंकि यह मार्ग में इतना ज्यादा कीचड़ हो गया है कि इंसान तो दूर मवेशी भी आना-जाना नहीं कर पा रहे हैं बहुत ज्यादा तकलीफ बनी हुई है। जबकि बहुत सारे किसान इसी मार्ग से अपने खेतों में जाते हैं इसीलिए यह ट्रक रोका गया था जो यहां से वेयरहाउस जाता पर इन ट्रैकों के कारण रोड खराब हो रही है। रोजाना करीब 30 ट्रक आते जाते हैं यह कच्चा रोड चलने लायक नहीं है तो ट्रक चालक के द्वारा मेरे साथ अभद्रता की गई इस मार्ग से हमारे घर के लोग व सभी किसान खाना लेकर जाते हैं या खेत में काम करने के लिए जाने वाले लोग भी गिर रहे हैं।

जनपद सदस्य श्रीराम गौतम ने बताया कि यह कोई चक्काजाम नहीं है सभी किसानों को खेत आने-जाने में समस्या है इसलिए हम यहां खड़े हैं। 21 जुलाई को थाना प्रभारी को आवेदन दिया गया था कि वारा से कोपे की सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़क है जिस पर से भारी वाहन आना-जाना कर रहे हैं। परंतु उस पर आज तक कोई कार्यवाही प्रशासन ने नहीं करी है रात्रि करीब 8:00 बजे डेलचंद पटले का फोन आया कि ट्रक रोका तो ड्राइवर ने उनके साथ मारपीट करी है 100 डायल बुलाकर हमें चमक रहे है। फिर रात में हम आए तो शिकायत पर 100 डायल आई बताया गया ड्राइवर ने शिकायत किया होगा यह रोड पैदल चलने लायक नहीं है घुटने तक पैर गढ़ रहे हैं। सभी किसान को यहां दिक्कत बनी हुई है हमारे गांव के मनीराम राहंगडाले को पुलिस उठा कर ले गई है जब इतनी शक्ति से कार्यवाही होना है तो सभी किसान को पुलिस ने लेकर जाना चाहिए। अधिकारियों को ऐसा लगता है तो वह मौके पर जाकर देखें यहां 100 डायल शिकायत पर आई थी वह भी अंदर फस गई थी।

ग्राम सरपंच श्रीमती टिकेश्वरी डामेंद्र राहंगडाले ने बताया कि हमारी मांग है कि प्रशासन यहां पर आकर रोड को देखें कि क्या स्थिति बनी हुई है बहुत ज्यादा बत्तर स्थिति हो गई है। यह जो कच्चा मार्ग है वह सीधे वेयरहाउस जाता है और करीब 1200 मीटर लंबा या मार्ग है आगे किसी टोले में निकलता है। जिसकी हमने शिकायत करे थे तो जनपद सीईओ के द्वारा बोला गया की रोड अच्छा है रोड नहीं दी गई मुझे अब बारिश में प्रशासन की आंख खुलती है। हम यही चाहते हैं प्रशासन व्यवस्था बनाएं बहुत ज्यादा दिक्कत है और जो यह डामर मार्ग है उस पर से भी ट्रक चल रहे हैं जिससे ग्राम में रहने वालों को दिक्कत हो रही है। हमारी पूरी रोड फूट जाएगी जबकि वह अभी ताजी रोड बनी है हम चाहते हैं की शासन यहां विचार कर व्यवस्था को अपने अनुकूल बनाने का प्रयास करें।

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