डेंगू को लेकर गंभीर नजर नही आ रहा प्रशासन

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मौसम के बदलते मिजाज के कारण मौसमी बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है। जहां सर्दी, खासी ,डेंगू, मलेरिया, बुखार और पेट संबंधी बीमारियां देखने को मिल रही है. वही बरसाती मौसम में जगह-जगह पानी जमा होने और उन पानी में मच्छर पनपने के चलते डेंगू और मलेरिया के बढ़ते मामलों ने शासन प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है.जिसको लेकर जहां एक ओर शासन द्वारा आए दिनों नई नई गाइडलाइंस जारी कर की जा रही है तो वहीं शासन से मिली गाइडलाइंस के तहत डेंगू मलेरिया से बचाव के लिए प्रशासन व जिम्मेदार विभाग द्वारा जन जागरूकता अभियान चलाने का दावा किया जा रहा है. लेकिन जिले में लगातार बढ़ते जा रहे डेंगू मलेरिया के मामले को लेकर प्रशासन गंभीर नजर नहीं आ है जो दूसरों को तो जागरूक कर रहा है लेकिन स्वयं के विभाग पर उनका कोई ध्यान नहीं है।
जी हां हम बात कर रहे हैं जिला स्वास्थ्य विभाग की जो जिलेभर में सर्वे कराने, जगह-जगह जन जागरूकता अभियान चलाने और डेंगू, मलेरिया के मच्छर लार्वे को मारने के लिए बरसाती पानी को जमा की होने देने, कीटनाशक पाउडर व फागिंग मशीन से धुआ करने, और कूलर सहित अन्य वस्तुओं में पानी जमा ना होने देने की समझाइश देता नजर आ रहा है.लेकिन उनका खुद के विभाग और कार्यालय परिसर में ध्यान नहीं है। यह बात हम नहीं कह रहे बल्कि यह बात शुक्रवार को किए गए कार्यालय निरीक्षण में सामने आई है जहां जिला मलेरिया विभाग, जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय, ट्रामा सेंटर व जिला अस्पताल सहित स्वास्थ संबधित अन्य विभागों में क जमा को मिल रहा हैं जहाँ जगह जगह बरसाती पानी जमा हो रहा हैं तो वही विभिन्न विभागों में लगे कूलर में कई दिनों का पानी जमा हुआ है जो डेंगू, मलेरिया के संक्रमण को न्योता दे देता दिखाई दे रहा है।संबंधित विभाग का यह दृश्य देखकर जहन में अब कई सवाल उठने लगे हैं सवाल यह है कि जिनके कंधों पर डेंगू मलेरिया संक्रमण को रोकने की जिम्मेदारी है वे स्वयं शासन द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस का पालन क्यों नहीं कर रहे हैं? सवाल यह भी है कि जो स्वयं डेंगू संक्रमण से बचाव के लिए जन जागरूकता अभियान चला रहे हैं वह अब तक स्वयं अपने अधीनस्थ कार्यालयों में जन जागरूकता क्यों नहीं कर पाए, और सबसे बड़ा सवाल यह है कि जो स्वयं शासन की गाइडलाइंस का पालन करते हुए जागरूक नहीं हो पाए वे डेंगू मलेरिया की रोकथाम के लिए भला दूसरों को जागरूक कैसे कर पाएंगे। यहीं सभी सवाल जिम्मेदार विभाग और उनके अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह लगाते है।
ऐसे फैलता है डेंगू व चिकनगुनिया
डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया फैलाने वाला एडीज मच्छर दिन में काटता है जो रुके हुए साफ पानी में ही पनपता है।  तेज बुखार का होना, छाती व ऊपर के हिस्सों में दाने निकलना, सिर के आगे वाले हिस्से में तेज दर्द होना, आंखों के नीचे दर्द होना, भूख न लगना, जी मिचलाना तथा उल्टी आना आदि डेंगू के लक्षण है। इसीलिए बरसात के पानी को परिसर में जमा ना होने देने,कूलरों में पानी का ठहराव ना होने देने सहित स्वच्छता बरतने की हिदायत दी जा रही है। साथ ही डेंगू संक्रमण से बचाव को लेकर जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि लोगों को इस संक्रमण से बचाया जा सके।
जगह जगह बरसात का पानी जमा है- मुकेश टेभरे
मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान जिला अस्पताल में भर्ती एक मरीज के परिजन मुकेश टेभरे ने बताया कि जिला अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर दोनों जगह जगह जगह बरसात का पानी जमा है. जगह-जगह गंदगी पड़ी हुई है इसकी साफ-सफाई भी नहीं की जा रही है. जिसके चलते वार्ड में रात भर मच्छर परेशान करते हैं. इससे बीमारी बढऩे का खतरा बना हुआ है।
 मै भोपाल मीटिंग मे हुँ,सोमवार को संपर्क कीजिए – मनीषा जुनेजा
 इस पूरे मामले को लेकर हमने जिला मलेरिया अधिकारी डॉ मनीषा जुनेजा से दूरभाष पर संपर्क किया तो उन्होंने भोपाल मीटिंग में होने की बात कहते हुए इस मामले को लेकर सोमवार को संपर्क करने की बात कही है।
व्यवस्थाएं बना दीं जाएगी -डॉ लांजेवार
वही इस पुरे मामले को लेकर दूरभाष की गई चर्चा के दौरान जिला अस्पताल आरएमओ डॉ अरुण लांजेवार ने मामले का संज्ञान लेकर व्यवस्थाएं बनाए जाने की बात कही है.।

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