तवांग मामले में विपक्ष को बोलने का मौका ही नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री संसद में आकर जवाब दें।
हंगामे को देखते हुए दोपहर 12 बजे तक राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया है।
मनीष तिवारी ने तवांग मामले में चर्चा की मांग की
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि संसद में तवांग झड़प मामले में बात होना जरूरी है। मनीष ने कहा कि देश की जनता को भारत-चीन बॉर्डर की स्थिति जानने का अधिकार है। रक्षामंत्री ने इस पर विस्तार से चर्चा नहीं की है।
राजनाथ ने मंगलवार को कहा था कि 9 दिसंबर 2022 को चीनी सैनिकों ने तवांग में LAC का उल्लंघन कर नियम तोड़े थे। भारतीय सेना ने PLA को अतिक्रमण से रोका। उन्हें उनकी पोस्ट पर जाने के लिए मजबूर कर दिया। इस घटना में दोनों ओर के कुछ सैनिकों को चोटें भी आई हैं। हमारे किसी भी सैनिक की न तो मृत्यु हुई है और न कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है। समय से हमने हस्तक्षेप किया। इसकी वजह से चीनी सैनिक वापस चले गए।
स्वाति मालीवाल ने महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाने की मांग की
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने संसद में महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाने की बात कही है। इसके लिए उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला और राज्यसभा के चेयरमैन जगदीप धनखड़ को लेटर लिखा है। उन्होंने कहा कि निर्भया गैंगरेप केस को आज 10 साल पूरे हुए हैं। इतने सालों में आज तक कुछ नहीं बदला है। स्वाति ने आगे कहा कि संसद में आज महिला सुरक्षा पर चर्चा होना चाहिए।
16 दिसंबर 2012 की रात दिल्ली में 6 आरोपियों ने निर्भया से दुष्कर्म किया था। इसमें एक आरोपी ने जेल में खुदकुशी कर ली थी, दूसरा नाबालिग था इसलिए तीन साल बाद छूट गया। बाकी बचे चार आरोपियों को 20 मार्च को फांसी दे दी गई थी।