लालबर्रा जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष किशोर पालीवाल के द्वारा गत दिवस जनपद पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, पटवारी व राजस्व विभाग के कर्मचारियों की बैठक संपन्न होने के बाद तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक एवं पटवारियों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया था। जिससे राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है और थाना प्रभारी एवं कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर जनपद उपाध्यक्ष पर कार्यवाही करने की मांग की गई थी। इसी मामले को लेकर जनपद उपाध्यक्ष किशोर पालीवाल के द्वारा जनपद सदस्यों की उपस्थिति में २८ जुलाई को स्थानीय विश्राम गृह में शाम ५ बजे प्रेसवर्ता आयोजित कर गत दिवस जनपद पंचायत कार्यालय में पटवारी, राजस्व निरीक्षक एवं तहसीलदार के साथ किये गये दुव्यर्वहार पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि वर्ष २०१७ में ग्राम पंचायत बोरी निवासी केशरबाई /उदेलाल के द्वारा जमीन का सीमांकन करवाने के लिए आवेदन दिया गया है और उनकी जमीन पर वर्तमान में दुसरे व्यक्ति के द्वारा एयरटेल कंपनी का टावर बनाया जा रहा है। जिस पर स्टे देने की मांग की गई है और पीडि़ता महिला का बेटा विकलांग है जो वर्ष २०१७ से अपनी माँ के साथ जमीन का सीमांकन करवाने के लिए तहसील कार्यालय के चक्कर लगा रहे है परन्तु अब तक सीमांकन नही हो पाया है। जिससे आवेदक को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था और यह मामला मेरे संज्ञान में पीडि़ता महिला एवं उस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि के द्वारा प्रकाश में लाया गया था उसके पश्चात मेरे द्वारा हल्के पटवारी को बुलाकर नियमानुसार काम करने एवं पीडि़त को न्याय दिलवाये जाने पर चर्चा की गई थी परन्तु वर्ष २०१७ के प्रकरण का निराकरण नही होने पर राजस्व विभाग के प्रति नाराजगी थी एवं इस भावना में आकर उनके साथ दुव्यवहार किया गया है इसलिए में राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों से जो मेरे द्वारा उनके साथ दुव्र्यवहार किया गया है उसके लिए खेद व्यक्त करता हूं और सभी राजस्व विभाग के कर्मचारियों से अपील है कि वे जनप्रतिनिधियों के साथ सामंजस्य बनाकर क्षेत्र में राजस्व का काम करें। साथ ही यह भी कहा कि हम जनप्रतिनिधि है और हमारे पास क्षेत्रीयजनों की राजस्व सहित अन्य प्रकरणों की समस्या का समाधान नही होने की शिकायत आती है जिस पर विभागीय अधिकारियों से चर्चा कर उसका निराकरण करने कहा जाता है ताकि समय पर पीडि़त को न्याय मिल सके और मेरे द्वारा कभी प्रशासनिक अधिकारी-कर्मचारियों का अपमानित करने का प्रयास नही किया गया है। उस दिन जनपद कार्यालय में वर्ष २०१७ से पीडि़ता के आवेदन देने के बाद भी जमीन का सीमांकन नही होने से राजस्व विभाग के प्रति नाराजगी थी इसलिए मेरे द्वारा उनसे ऊंचे स्वर में बात की गई थी जिससे राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी नाराज है तो मेरे द्वारा कहे गये शब्दों के लिए खेद व्यक्त करता हूं और राजस्व विभाग के कर्मचारी अपना काम ईमानदारी से करें।