दुनिया में परमाणु हथियार घटे हैं। लेकिन परमाणुशक्ति संपन्न देश उन्हें अधिक घातक बना रहे हैं। यह खुलासा हुआ है स्टॉकहोम अंतरराष्ट्रीय शांति अनुसंधान संस्थान (सिप्री) की वार्षिक रिपोर्ट से। सिप्री अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परमाणु हथियारों पर नजर रखने वाली संस्था है। इसके मुताबिक चीन-पाकिस्तान से मुकाबले के लिए भारत ने भी हथियारों का जखीरा बढ़ाना शुरू कर दिया है।
रिपोर्ट की मानें तो पिछले एक साल में चीन ने 30 और पाकिस्तान ने 5 नए परमाणु बम बनाए हैं। जबकि भारत ने 6 नए परमाणु बम बनाए। भारत के पास कुल परमाणु हथियारों की संख्या अब बढ़कर 156 हो गई है। उधर, उत्तर कोरिया ने पिछले साल की तुलना में 10 नए परमाणु बम बनाए हैं। इस तरह साल-2021 में परमाणु हथियार संपन्न राष्ट्रों अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इजरायल और उत्तर कोरिया के पास कुल 13,080 परमाणु बम हैं। जबकि 2020 में यह आंकड़ा 13,400 था।
यानी इस साल 320 कम हुए हैं। हालांकि परमाणु बमों की कुल संख्या में भले कमी आई हो, लेकिन तुरंत इस्तेमाल के लिए सेना के पास तैनात परमाणु हथियारों की संख्या में बढ़ गई है। 2020 में 3,720 परमाणु बम तैनात थे। 2021 में 3,825 परमाणु हथियार कभी भी हमले के लिए बिल्कुल तैयार हालत में हैं। इनमें 2,000 परमाणु बम रूस और अमेरिका के हैं।
2020 के मुकाबले उ. कोरिया ने 10 परमाणु बम बनाए
| देश | 2021 में | 2020 में |
| अमेरिका | 5,550 | 5,800 |
| रूस | 6,255 | 6,375 |
| ब्रिटेन | 225 | 215 |
| फ्रांस | 290 | 290 |
| चीन | 350 | 320 |
| भारत | 156 | 150 |
| पाकिस्तान | 165 | 160 |
| इजरायल | 90 | 90 |
| उ. कोरिया | 40-50 | 30-40 |
अमेरिका-रूस हथियारों को अत्याधुनिक कर रहे
सिप्री के मुताबिक, 1990 के दशक से शुरू हुआ परमाणु बमों को कम करने का सिलसिला अब थम गया है। अमेरिका और रूस अपने परमाणु हथियारों को लगातार अत्याधुनिक बना रहे हैं। दोनों देशों ने पिछले साल की तुलना में 50 और परमाणु बमों को बिल्कुल हमला करने की स्थिति में तैनात कर दिया है। रूस ने अपने जखीरे में 180 परमाणु बम बढ़ाए हैं।










































