पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता का आयोजन कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
आयोजित इस पत्रकार वार्ता में उन्होंने केंद्र और राज्य की सरकार पर जमकर निशाना साधा तो वही हट्टा में देरी से कॉलेज खोलने को लेकर आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे पर भी शब्दों के कई बार चलाए। इसके अलावा उन्होंने जिले में हुए नक्सली एनकाउंटर को फर्जी एनकाउंटर की संज्ञा देते हुए एनकाउंटर के नाम पर आदिवासियों की हत्या किए जाने का आरोप लगाया वहीं उन्होंने राहुल गांधी की सजा पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई गई रोक को लोकतंत्र की जीत बताया। तो वहीं उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए आगामी चुनाव में योग्य उम्मीदवार मिलने पर जिले की सभी 6 विधानसभा सीटों में क्रांतिकारी पार्टी से उम्मीदवार उतारने की बात कही। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यदि बालाघाट विधानसभा क्षेत्र में भी उन्हें कोई योग्य उम्मीदवार मिल जाता है और कांग्रेस से टिकट यदि अनुभा मुंजारे को मिलती है तो वह अनुभव मुंजारे के खिलाफ भी उम्मीदवार खड़ा करेंगे।
आदिवासी समाज को नहीं मिला आज़ादी का लाभ
आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए श्री मुंजारे ने बताया कि 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है। वही 9 अगस्त को क्रांति दिवस भी है। 9 अगस्त के दिन अंग्रेजों भारत छोड़ो की शुरुआत हुई थी।आदिवासियों ने भी देश को आजाद करने में अपनी कुर्बानी दी है रघुनाथ शाह, शंकर शाह, टांटिया भील मामा सहित अन्य आदिवासियों ने आजादी में अपना योगदान दिया है उसके बाद भी आजादी का लाभ आदिवासियों को नहीं मिल पा रहा है। आज भी कई बैगा आदिवासी झरिया का पानी पीने के लिए मजबूर हैं ।तो वही आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं उनका शोषण किया जा रहा है। मणिपुर में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया जाता है ,मणिपुर में बीजेपी की सरकार है और महिलाओं के साथ अत्याचार और आदिवासी महिलाओं के साथ अत्याचार करने वाले लोग भी बीजेपी के हैं। आजादी का असली लाभ कुछ नेताओ उद्योगपति और पूंजीपति को मिल रहा है।जिसके खिलाफ सभी समाज के लोगों को आवाज उठानी चाहिए।
एनकाउंटर के नाम पर की गई आदिवासियों की हत्या
श्री मुंजारे ने आगे बताया कि मध्यप्रदेश में आदिवासियों पर सबसे अधिक जुल्म हो रहा है। जिले में 7 एनकाउंटर हुए हैं जो पूरी तरीके से फर्जी एनकाउंटर हैम नक्सली उन्मूलन और मुखबारी के नाम पर लाखों रुपए अधिकारियों द्वारा अंदर किया जा रहा है और एनकाउंटर के नाम पर आदिवासियों की हत्या की जा रही है। इसके पूर्व गढ़ी में झाम सिंह धुर्वे और डाबरी में हीरा सिंह मरकाम सहित अन्य आदिवासियों की भी हत्या की गई है ।जिसकी आज तक जांच नहीं हुई। इसकी जांच करनी चाहिए और सम्बधित एसपी कलेक्टर को हत्या के आरोप में जेल भेजना चाहिए क्योंकि संविधान में नियम सबके लिए एक है।
द्रौपदी मुर्मू को दिखावे के लिए राष्ट्रपति बनाया गया है
श्री मुंजारे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए बताया कि केवल मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि संपूर्ण देश में आदिवासियों पर अत्याचार किए जा रहे हैं जिनकी सुरक्षा करने में केंद्र सरकार नाकाम रही है। केंद्र सरकार ने सिर्फ दिखावे के लिए द्रोपति मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया है। नई संसद भवन का उद्घाटन किया गया उसमें राष्ट्रपति को नहीं बुलाया गया। उन्हें निमंत्रण तक नहीं मिला, जबकि राष्ट्रपति के हाथों नए संसद भवन का उद्घाटन होना चाहिए था। क्योंकि राष्ट्रपति सर्वे सर्वा होती हैं। लेकिन उनकी कोई पूछ परख नहीं हुई। उन्हें सिर्फ नाम मात्र के लिए राष्ट्रपति बनाया गया है। जबकि आदिवासियों पर जुल्म कहीं पर भी कम नहीं हो रहे हैं। सिवनी के सिमरिया में इसके पूर्व दो आदिवासियों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, भोपाल, और नीमच में आदिवासियों के साथ जुल्म किया गया ।जंगल में लकड़ी लाने की बात पर एक आदिवासी को फॉरेस्ट गार्ड द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिले के मिरगपुर में आदिवासियों की जमीन पर एक ठेकेदार ने कब्जा कर रखा है और माइनिंग खोद रहा है। आदिवासियों के लिए पेसा एक्ट बनाया गया है लेकिन उसे लागू नहीं किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी के इन 18 वर्षों के कार्यकाल में आदिवासियों की 90 हज़ार एकड़ जमीन बेची गई है ।शिवराज सरकार में आदिवासी समाज पर अत्याचार हुए हैं इसके खिलाफ प्रदेश और पूरे देश से कड़ी आवाज उठानी चाहिए।
राहुल गांधी वाले मामले में लोकतंत्र की हुई जीत
श्री मुंजारे ने आगे बताया कि राहुल गांधी को सजा सुनाने के फैसले के 24 घंटे बाद ही उनकी संसद से सदस्यता रद्द कर दी गई थी। जिसके खिलाफ हमने आंदोलन किया था। इसे गलत बताया था ।अब सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा पर रोक लगा दी है वहीं उनकी सदस्यता पुनः बहाल हो गई है। यह लोकतंत्र की जीत है। हम सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय का स्वागत करते हैं
कल कॉलेज खुला ,आज हो गया बंद
श्री मुंजारे ने आगे बताया कि वर्ष 2012 में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हट्टा में कॉलेज खोलने की घोषणा की थी, लेकिन वर्ष 2019 तक वहां कॉलेज नहीं खोला गया। कमलनाथ सरकार ने भी वर्ष 2019 में हट्टा में कॉलेज खोलने की बात कही थी।लेकिन उन्होंने भी कॉलेज नहीं खोला।जहां सरकार का तख्तापलट होने के बाद फिर से शिवराज सरकार सत्ता में आई और उन्होंने कॉलेज खोलने की बात कही, लेकिन वर्ष 2022 तक वहां कॉलेज नहीं खुल पाया ।जब हमने जून में हट्टा में कॉलेज खोलने की मांग को लेकर जनसभा की आंदोलन किए तब जाकर शिवराज सरकार ने आनन-फानन में कॉलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू की, कॉलेज खोलने के प्रस्ताव पर सहमति दी। उन्होंने 1 अगस्त से कॉलेज खोलने की बात कही थी लेकिन नहीं खोला गया। जब इस मुद्दे पर हमने जनसभा का आयोजन कर 9 अगस्त से अनिश्चितकालीन आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी तब जाकर दूसरे ही दिन सोमवार को हट्टा में कॉलेज खोल दिया गया। जो कॉलेज सोमवार को आनंद फानन में खोला गया था वही कॉलेज आज मंगलवार को बंद मिला मवहां एडमिशन की प्रक्रिया या बच्चे पढ़ाई करते हुए नहीं मिले और कॉलेज बंद मिला ।जबकि यह कॉलेज 1 जुलाई से प्रारंभ होना था ।हमने हट्टा में कॉलेज शुरू करने की मांग को लेकर शिक्षा प्रमुख सचिव इकबाल सिंह को लेटर लिखा था, दूरभाष पर उनसे चर्चा की थी तब जाकर कॉलेज खोला गया है। लेकिन मंत्री कावरे अपनी झूठी वाहवाही ले रहे हैं। लोगों को बता रहे हैं कि उनके अथक प्रयास से कॉलेज खुला है जो कि गलत है। यदि उन्हें हट्टा में कॉलेज खोलना ही था तो पहले ही खोल देते वर्ष 2012 से अब तक रहा नहीं देखते। उन्होंने हमारे आंदोलन जनता से आंदोलन को मिल रहे समर्थन और आगामी चुनाव को देखते हुए हट्टा में कॉलेज खोला है लेकिन वहां कालेज मैं एडमिशन या पढ़ाई संबंधी अब तक कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है।
तो अनुभा के खिलाफ उतारेंगे प्रत्याशी
एक सवाल के जवाब में श्री मुंजारे ने बताया कि कुछ अखबार वाले कह रहे हैं कि मैं कांग्रेस ज्वाइन कर रहा हूं। लेकिन मेरा कांग्रेस ज्वाइन करने का कोई विचार नहीं है। यदि मुझे मंत्री पद भी ऑफर किया जाता है तो मंत्री पद मेरे लिए बहुत छोटा है यदि मुझे मुख्यमंत्री बनाएंगे तो मैं विचार करूँगा कि जाऊं या नहीं। मैं कांग्रेस में जा ही नहीं सकता अगर जाना होता तो 10 साल पहले चले जाता। एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि हमारी गोंडवाना पार्टी से बात चल रही है मैं गोंडवाना पार्टी का समर्थन सहयोग ले सकता हूं लेकिन चुनाव क्रांतिकारी पार्टी से ही लडूंगा। मैं चुनाव में किसी भी पार्टी का समर्थन ले सकता हूं लेकिन बीजेपी का समर्थन कभी नहीं लूंगा और कांग्रेस में शामिल भी नहीं हूँगा ।वही एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने आगे बताया कि यदि कांग्रेस पार्टी उनकी धर्मपत्नी अनुभा मुंजारे को टिकट देती है और हमें बालाघाट विधानसभा से यदि कोई योग्य उम्मीदवार मिल जाता है तो अनुभा के खिलाफ भी उम्मीदवार मैदान में खड़ा किया जाएगा। केवल बालाघाट ही नहीं ,योग्य उम्मीदवार मिलने पर जिले की सभी 6 विधानसभा सीटों में प्रत्याशी खड़े किए जाएंगे।










































