धनवान की जगह ,किसानों को कंगाल बना सकता है नकली धान का बीज

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बालाघाट(पदमेश न्यूज़)। खरीब फसल का सीजन शुरू होते ही जिले भर में नकली खाद बीज की बिक्री धड़ल्ले से की जारी है। जहां कुछ लोग अच्छी फसल उत्पादन और किसानों को धनवान बनाने का लालच देकर, असली के नाम पर नकली बीज बेच रहे हैं। जहां नामी जानी कंपनी के नाम पर, अपनी जेब भरने के लिए, असली और ब्रांडेड के नाम पर किसानों को नकली धान बीज थमाया जा रहा है।अगर आप भी किसी नामी कम्पनी का बीज खरीदने जा रहे हैं, तो सावधान हो जाएं। क्योंकि इन दिनों बाजार, नकली प्रोडक्ट्स से भरा पड़ा है। जो किसानों को मालदार की जगह कंगाल बना सकता है।ताजा मामला कावेरी शीड़ 468 धान बीज प्रोडक्ट से जुड़ा है। जहां इस कंपनी के पदाधिकारियो ने कटंगी बाजार की दुकान से कावेरी शीड़ 468 धान की नकली बैग बरामद की है। तो वही असली और नकली की पहचान कराकर इस पूरे मामले की जानकारी कृषि विभाग अधिकारी को दी है। जहां लिखित शिकायत करते हुए कंपनी पदाधिकारियो द्वारा संबंधित दुकानों में दबिश देकर मामले की जांच करने और असली के नाम पर नकली बीज बेचने वाले लोगो पर वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है। उधर कंपनी पदाधिकारियो से मिली इस शिकायत पर उपसंचालक कृषि अधिकारी फूलसिंह मालवीय ने इस पूरे मामले की जांच के लिए जिला मुख्यालय से एक टीम कटंगी रवाना कर दी है। जहां टीम द्वारा इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।

नकली को असली बताकर बेचने का चल रहा खेल
जिले में धान के नकली प्रोडक्ट्स असली प्रोडक्ट्स की तर्ज पर ही पैकेजिंग कर बेचे जा रहे हैं। इसमें साइज, शेप सब एक जैसा ही है।कुछ बातों पर यदि गौर ना किया जाए तो नकली असली में फर्क करना मुश्किल हो जाता है इसी बात का फायदा धान बीज के सौदागर उठा रहे है। जो नकली को असली कम्पनी का धान बीज बताकर किसानों को नकली धान प्रोडक्ट बेच कर जमकर मुनाफा कमा रहे है। जिसका खुलासा कंपनी पदाधिकारियो द्वारा कटंगी के बाजार में करते हुए मामले की शिकायत उप संचालक कृषि से की गई है।

केवल माल ही नही रैपर भी नकली:
ब्रांडेड कंपनियां अपने उत्पाद की क्वालिटी और सुरक्षा के लिए रैपर पर अपना सुरक्षा कोड छापती है, लेकिन मुनाफाखोर उससे भी एक कदम आगे निकल गए हैं। जो ब्रांडेड कंपनी कावेरी शीड़ 468 के धान बीज प्रोडक्ट का हुबहू रैपर छपवाकर उसमें घटिया माल भरते हैं। नकली रैपर पर भी ब्रांडेड कंपनी का नाम, पता, बैच नंबर, कोड व अन्य जानकारियां छपी रहती हैं। लेकिन गौर करने पर असली और नकली में अंतर साफ नजर आ जाता है जिसका पता चलते ही कंपनी पदाधिकारियो द्वारा कटंगी की एक दुकान में छापामार कार्यवाही को अंजाम देकर मामले की शिकायत बालाघाट मुख्यालय में कृषि अधिकारी से की गई है।

ऐसे पकड़ में आया असली नकली का खेल
बताया जा रहा है कि जिले में असली के नाम पर नकली माल खपाने का खेल लंबे समय से चल रहा है जिसकी शिकायत मिलने पर भी अब तक वैधानिक कार्रवाई नहीं हो पाई है। जानकारी के अनुसार कावेरी कंपनी सेल्स फील्ड ऑफिसर को पिछले 2-3 दिनों से शिकायत मिल रही थी कि कटंगी मार्केट में कावेरी शीड़ 468 वैरायटी के नाम से डुप्लीकेट बीज का धान बिक रहा है। जिस पर सोमवार को सेल्स फील्ड ऑफिसर शिवायु पटेल ने लालबर्रा एमडीओ मोहम्मद अरशद, कटंगी मार्केट एमडीओ युगल कावरे, वारासिवनी एमडीओ दुष्यंत पटले सहित अन्य पदाधिकारी को साथ लेकर कटंगी में मामले की छानबीन की। जहां पर बस स्टैंड के पास एक किसान कावेरी शीड़ बीज की धान खरीद कर ले जाता हुआ दिखाई दिया। जिसे रोककर पूछताछ करने पर उसने कटंगी मार्केट से उक्त धान खरीदना बताया। जब धान के पैकेट को देखा गया तो वहां डुप्लीकेट माल था। जिसे कंपनी पदाधिकारी ने अपने साथ रख लिया और ओरिजिनल माल को लेकर सीधे जिला कृषि कार्यालय पहुंचे और इस पूरे मामले की शिकायत कर दी।

पैकेट के रंग,लिखावट व दिशानिर्देश मिला अंतर
कटंगी के एक व्यापारी द्वारा जिस कावेरी शीड़ 468 धान बीज प्रोडक्ट की बिक्री की जा रही थी उसके पैकेट के रंग लिखावट पैकेट के अंदर भरी हुई धान व दिशानिर्देश काफी असमानता मिली है। जानकारी के मुताबिक कावेरी शीड़ 468 धान बीज प्रोडक्ट के असली पैकेट काफी शाफ्ट है।जबकि नकली पैकेट में कड़ी पन्नी उपयोग की गई है ।असली धान के पैकेट में शायनिग है।जबकि नकली में नही है।वही असली पैकेट में धान देखने की विंडो छोटी और बाय (लेफ़्ट) साईड में है।जबकि नकली पैकेट में विडो बड़ी और राईट साइड में है।असली पैकेट में 468 ब्लैक व छोटे अक्षरो में व पास पास लिखा है।जबकि नकली में 468 दूर दूर व हरे अक्षरो लिखा हुआ है।असली में लिखावट व फाउंड पास पास है जबकि नकली में दूर दूर फाउंड का उपयोग किया गया है ।वही पैकेट के तराजू में बने चित्र असली पैकेट में उभरे हुए है।जबकि नकली में प्लेन दर्शाया गया है। इसके अलावा पैकेट के पीछे भी रंग रूप और दिशा निर्देश के आकार में काफी अंतर है जिसकी सूक्ष्मता से जांच करने पर कंपनी एडवाइजर ने पूरे मामले की शिकायत करते हुए मामले में संबंधित लोगों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

मामले में वैधानिक कार्यवाही होनी चाहिए- पटेल
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान कावेरी शीड़ 468 कंपनी के जिला सेल्स लीडर शिवायु पटेल ने बताया कि कटंगी मार्केट में हमारी कंपनी का डुप्लीकेट माल बेचा जा रहा है और केवल कटंगी ही नहीं बल्कि पूरे जिले में डुप्लीकेट माल बेचे जाने की शिकायत मिल रही है ।आज जब कंपनी के पदाधिकारी शिकायत पर कटंगी मार्केट पहुंचे तो वहां एक किसान डुप्लीकेट माल खरीद कर ले जा रहा था। उससे बीज धान पेकेट लेकर ओरिजिनल बीज धान का पैकेट साथ में रखकर हमने इसकी शिकायत जिला कृषि अधिकारी से कि है। हमारी मांग है कि ऐसे डुप्लीकेट माल बेचने वालों पर वैधानिक कार्यवाही की जाए, ताकि किसानों को ओरिजनल के नाम पर डुप्लीकेट माल ना मिल सके।

विधानसभा में उठेगा मुद्दा- राजेंद्र यादव
वही इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान ब्लॉक कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष राजेंद्र यादव ने बताया कि कटंगी मार्केट में कावेरी शीड़ 468 का डुप्लीकेट माल बेचने का मामला सामने आया है इसके पूर्व भी वारासिवनी,परसवाड़ा, लांजी और कटंगी में भी ऐसे मामले सामने आए हैं। जिसकी शिकायत करने पर भी आज तक कोई कार्यवाही नहीं की। संबंधित अधिकारियों ने उन मामलों में लीपापोती कर दी। जिसका सीधा नुकसान किसानों को उठाना पड़ रहा है।उन्होंने बताया कि कुछ लोग चंद रूपों के लिए किसानों को ठगने और छलने का काम कर रहे हैं। डुप्लीकेट बीज बेचने का मामला केवल कटंगी या बालाघाट जिले का नहीं बल्कि पूरे मध्य प्रदेश का है। इसकी शिकायत हमने विधायक श्रीमती अनुभा मुंजारे से भी की है वह इस पूरे मामले को विधानसभा पटल में उठाएंगी। इसके अलावा लांजी क्षेत्र में ऐसी कंपनी का माल बेचा जा रहा है जिसे मध्य प्रदेश शासन से अनुमति नहीं है। उसके बावजूद भी वहां मिली भगत के चलते दूसरी कंपनी का माल बिना अनुमति के बिक रहा है। हमारी मांग है कि इन पूरे मामलों की जांच होनी चाहिए और संबंधितों पर वैधानिक कार्यवाही की जानी चाहिए।

कार्यवाही के लिए टीम रवाना कर दी गई है-मालवीय
इस पूरे मामले को लेकर की गई औपचारिक चर्चा के दौरान जिला कृषि विभाग उपसंचालक कृषि फूलसिंह मालवीय ने बताया कि कावेरी शीड़ के नाम से डुप्लीकेट माल बिकने की शिकायत कंपनी के पदाधिकारी द्वारा की गई है। जिनसे शिकायत मिलने पर हमने तत्काल एक दल का गठन किया है। जिला मुख्यालय से भी एक दल मामले की जांच के लिए कटंगी भेजा गया है। जो इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। जहां जांच के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने आगे बताया कि इसके पूर्व भी जिले में एक दल रोजाना ही ऐसे मामलों की निगरानी कर रही है। जगह-जगह से सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं। जो नमूने जांच में फेल हो जाते हैं उस धान बीज की बिक्री पर रोक लगा दी जाती है वही माल को सील किया जाता है।कटंगी वाले इस मामले में कंपनी के प्रतिनिधियों ने भी पुलिस में एफआईआर दर्ज करनी चाहिए। जिला स्तर से भी मामले में वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

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