वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। मकर संक्राति पर्व प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी १४ जनवरी को हर्षउल्लास के साथ धार्मिक मान्यता अनुरूप मनाया गया। जहां लोगों ने सुबह धार्मिक मान्यता के अनुसार अपने घरों में पूजा अर्चना कर तिल्ली के लड्डू अन्य पकवान बनाकर भगवान को भोग लगाया। इस मकर संक्रांति पर्व पर गांधी बाल उद्यान, गोटाटोल, रामपायली, लिंगमारा, रमरमा सहित अन्य स्थलों में लोग अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने पहुॅचे। मान्यता है की अब पूर्ण रूप से देवी देवता उठ जायेंगे जिससे सभी शुभ कार्य किये जा सकेंगे। क्योंकि भगवान ६ माह नींद की शैया में रहते है और ६ माह जागते है। जागृत काल में ही शुभ कार्य किये जाते है।
बाजारों मंं खूब बिकी पंतग
इस मकर संक्रांति पर्व के दिवस पर १४ जनवरी को बच्चों में काफ ी उत्साह देखा गया और नगर में सॅजी पतंगों की दुकानों से भारी तादाद में पतंग की खरीदी की गई। इस दौरान नगर में किसी भी पतंग दुकान संचालक ने चाईना मांजा अपनी दुकान में नही रखा। बच्चों ने सिर्फ देशी मांजा व धागे से पतंग उड़ाकर अपना शोक पूरा किया। जहाँ आसमान में उड़ती हुई पतंग देर शाम तक नजर आती रही।
पिकनिक स्थल पर रही भीड़
मकर संक्रांति पर धार्मिक मान्यता अनुरूप पूजार्चना करने के बाद लोग सैर सपाटे में व्यस्त रहे। जिनकी भीड़ आसानी से क्षेत्र के पिकनिक स्थान रमरमा, गोटाडोल सहित विभिन्न धार्मिक और प्राकृतिक स्थान पर देखने को मिली। जिसमें नन्हे मुन्ने बच्चों की भीड़ नगर के गांधी बाल उद्यान में देखी गई। जहां बच्चों के द्वारा विभिन्न प्रकार के झूले की घिसरण पट्टी एवं माता पिता के साथ खेलकूद कर सामूहिक नाश्ता कर पूरा दिन बिताया गया।