नगर मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में हिन्दु धार्मिक परंपराओं के अनुसार मनाया जाने वाला हरितालिका पर्व २१ सितंबर को महिलाओं के द्वारा पूर्ण आस्था व श्रध्दा के साथ मनाया गया जिसके पश्चात व्रतधारी महिलाओं के द्वारा २२ अगस्त को प्रात:काल गौर विसर्जन किया गया। नगर मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचलों में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी महिलाओं के द्वारा एकत्रित होकर हरितालिका पर्व मनाया गया। इस अवसर पर २१ अगस्त को महिलाओं व कुंवारी लड़कियों के द्वारा साज-श्रृंगार कर निर्जला व निराहार व्रत रखा गया एवं शाम को फूलेरा बांधकर भगवान शिव व माता पार्वती की फूल, बेलपत्ती, नारियल, पान, सुपारी, अगरबत्ती, हल्दी, कुमकुम,सिंदूर, नींबू, राम दतुन एवं फलों में केला,अनार, सेब, ककड़ी सहित अन्य पकवानों से भोग लगाकर विशेष पूजा अर्चना की गई तथा रतजगा कर सादगीपूर्वक अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसके पश्चात दूसरे दिन २२ अगस्त को सूर्योदय के पहले स्नान कर स्थानीय तालाबों व नदियों के तटों में पहुंचकर विधि-विधान से पूजन-अर्चन कर आरती पश्चात फूलेरा विसर्जन किया गया तत्पश्चात प्रसाद वितरण किया गया।