जबलपुर। शहर की सफाई व्यवस्था बेहतर करने नगर निगम द्वारा नई सफाई व्यवस्था लागू की है। एक एजेंसी का काम पांच एजेंसियों के हाथों में सौंपा, ताकि प्रतिस्पर्धा बढ़े तो सफाई सुधरे, लेकिन निगम की यह मंशा पूरी नहीं हो पा रही। अभी तक संस्थान और संगठन ही नई व्यवस्था पर आरोप लगाते थे, लेकिन अब वार्ड में रहने वाले लोग भी जोन की सीमा में आने वाले वार्ड में गंदगी होने, सफाई न किए जाने और कचरा न उठाने के आरोप लगाने लगे हैं। मजलिस इत्तिहादुल मुस्लिमीन के सदस्यों ने नई सफाई व्यवस्था में खामी बताकर आरोप लगाएं हैं कि शहर के अधिकांश हिस्से में सफाई व्यवस्था के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है।
पॉलीथिन से नालियों हो गई चोक: एमआइएम के जिला अध्यक्ष जावेद आमन, सरफराज, समीर खान का आरोप है कि शहीद अब्दुल हमीद वार्ड में ठेकेदार के सफाई सुपरवाइजर काम करवा रहे हैं और न ही सफाई कर्मचारी सफाई करने आ रहे हैं। हालात यह है कि नालियों की सफाई नहीं हो रही और न ही कचरा उठ रहा है। सफाई के नाम पर सिर्फ कागजों पर काम हो रहा है। जगह-जगह पर नालियों में पालीथिन फंस रही हैं, जिससे पानी की निकासी नहीं हो पा रही। इतना ही नहीं हर माह डोर टू डोर के प्रति घर उसे 30 स्र्पये ले रहे हैं, लेकिन कचरा कलेक्शन के लिए वार्ड में गाड़ियां नहीं आ रही हैं।
सुहागी में बिगड़ी डोर टू डोर व्यवस्था: सुहागी जोन की सीमा में आने वाले वार्ड में सफाई व्यवस्था पहले से ही बिगड़ी थी और अब डोर टू डोर की व्यवस्था भी पटरी से उतर गई है। महाराजपुर, हाउसिंगबोर्ड कालोनी, हर्ष नगर, पार्वती नगर, मंत्री नगर, पटेल नगर जैसे कई क्षेत्र हैं जहां रोजाना डोर टू डोर की गाड़ी नहीं आती। शिकायत करने पर जवाब मिलता है कि गाड़ी खराब हो गई या फिर कचरा उठाने वाला रिक्सा चोरी हो गया। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि परेशान लोग अब घर के बाहर ही कचरा फेंक रहे हैं।