परिचित बनकर रिटायर्ड कर्मी व महिला से की गयी तीन लाख की ठगी

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जिले में साइबर ठगी का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा है पुलिस द्वारा चाहे कितने ही जागरूकता को लेकर कार्यक्रम किये जा रहे हैं तो वहीं आए दिन मीडिया में साइबर ठगी से सावधान रहने की अपील की जाती है किंतु साइबर ठगों द्वारा जिले की भोली भाली जनता को अपने बातों में फंसा कर उनसे साइबर ठगी कर ही ली जाती है ताजा मामला मलाजखंड क्षेत्र का है जहां पर एक सेवानिवृत कर्मचारी को ठग द्वारा उनके परिचित बनकर 2 लाख 77 हजार रुपयों की राशि ठग ली गई तो वही एक महिला से भी परिचित बनकर साइबर ठगों द्वारा 25 हजार रूपये की राशि खाते से पार कर ली गई, ऐसा कुल मिलाकर 3 लाख 2 हजार 526 रुपए साइबर ठगों द्वारा पार कर लिए गए जिसकी शिकायत सेवानिवृत कर्मचारी द्वारा साइबर पुलिस में दर्ज करवाई गई है जहां पर पुलिस द्वारा बैंक खाता व मोबाइल नंबर की डिटेल खगाली जा रही है
आपको बता दे की यह कोई साइबर ठगी का पहला मामला नहीं है जबकि इसके पहले भी साइबर ठगों द्वारा जिले की भोली भाली जनता को ठगी का शिकार बनाया गया है जबकि जिले में फैलते साइबर अपराध के जाल में रोजाना ही लोग फंसकर अपनी जमा-पूंजी गंवा रहे हैं। खासकर परिचित बनकर लोगों को ठगने का सिलसिला तमाम जागरूकता कार्यक्रमों के बाद भी जारी है। मलाजखंड ताम्र परियोजना से सेवानिवृत एक कर्मचारी भी फाेन पर अनजान व्यक्ति को परिचित मानकर दो लाख 77 हजार रुपये की रकम गंवा बैठे, जिसकी शिकायत उन्होंने कोतवाली स्थित साइबर नोडल शाखा में दर्ज कराई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, परिचित बनकर या खुद को पहचान का बताकर लोगों से पैसे ऐंठने के मामले सर्वाधिक संख्या में सामने आ रहे हैं। इसके बाद भी लोग अपनी बैंक या पैसों के लेनदेन संबंधी गोपनीय जानकारी साझा कर बैठते हैं। बताया गया कि सेवानिवृत्त कर्मचारी को चार दिन पहले अनजान नंबर से फोन आया और खुद को उसने कर्मी का परिचित बताया। कुछ देर बात करने के बाद कर्मचारी ने उसकी बातों पर विश्वास कर लिया। ठग ने अपने बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर न होने की बात कहते हैं रुपये मांगे। कर्मचारी ने 21 अप्रैल को 55 हजार 662 रुपये फोन-पे पर ट्रांसफर किए। ठग ने पैसे नहीं मिलने कहकर दूसरे नंबर पर पैसे भेजने कहा। उसी दिन कर्मचारी ने दोबारा 33 हजार 442 रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद 22 और 23 अप्रैल को भी उसी ठग ने अलग-अलग बहाने बताकर पहले 94 हजार 422 अौर 94 हजार रुपये ट्रांसफर कराए। हैरानी की बात रही कि सेवानिवृत्त कर्मचारी ठग के हर झूठ पर विश्वास करते गए और खाते से लगातार पैसे भेजते गए। इतना ही नहीं, ठग ने कर्मचारी के पास किसी महिला को भी अपना परिचित बताकर उधार देने कहा। इस पर महिला ने अपने खाते से 25 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। इस तरह परिचित बनकर सेवानिवृत्त कर्मचारी से दो लाख 77 हजार 526 और महिला से 25 हजार रुपये कुल तीन लाख दो हजार 526 रुपये ऐंठ लिए। शिकायत के बाद साइबर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और ठग के मोबाइल नंबर व बैंक खातों की जानकारी जुटा रही है।

परिचित बता कर इन दिनों अधिक हो रही है साइबर ठगी –

आपको बता दे कि जिस प्रकार से इन दिनों साइबर ठगी का ग्राफ धीरे-धीरे बढ़ते ही जा रहा है एवं साइबर ठगों द्वारा जिले की भोली भाली जनता को अपना निशाना बनाकर उनकी कमाई को चुराने का काम किया जा रहा है जिसमें अधिकतर साइबर ठगों द्वारा जिले की भोली भाली जनता को उनका परिचित हूं कहकर साइबर ठगी का निशाना बनाया जाता है साइबर ठगों द्वारा पहले अपने शिकार की पूरी डिटेल और जानकारी निकाल ली जाती है वह उनके आसपास रहने वाले लोग और उनके परिचितों की जानकारी पता कर उन्हें फोन करते हैं और बातों ही बातों में उन्हें साइबर ठगी का निशाना बनाकर या तो उनके खातों से राशि चुरा ली जाती है या फिर वह उनके परिचित हूं कहकर अपने खातों में पैसा बुलवाकर उनसे साइबर ठगी की जाती है

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