पांढरवानी के भूतपूर्व सरपंच पर किसानों ने नहर के कुलापे एवं नाली को बंद करने का लगाया आरोप

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लालबर्रा (पद्मेश न्यूज)। नगर मुख्यालय की ग्राम पंचायत पांढरवानी के अंतर्गत आने वाले आमाटोला में विगत कई वर्षों से सर्राटी माइनर नहर के माध्यम से किसानों के खेतों में सिंचाई के लिए जाता है और किसानों की सुविधा अनुसार नहर के कुलापे के साथ ही छोटी-छोटी नालियों का निर्माण किया गया है। जिससे किसान खेतों में लगी फसल को सिंचित कर फसल उत्पादन करते है परन्तु आमाटोला के किसानों का आरोप है कि पांढरवानी के भूतपूर्व सरपंच फैज मो. फैज के द्वारा अपनी निजि भूमि बताकर विगत कई वर्षों से सिंचाई के लिए बनी नाली एवं कुलापे को बंद कर दिया गया है जिससे किसान अपने खेतों में रबी सीजन में लगाई की चना, अलसी सहित अन्य फसलों में सिंचाई एवं जिन किसानों की जमीन सूख गई है वे नहर का पानी चलाकर बोवाई करना चाहते है परन्तु नाली एवं कुलापे बंद हो जाने के कारण फसल में सिंचाई करने के साथ ही बोवाई का कार्य भी प्रभावित हो रहा है। साथ ही किसानों ने यह भी कहा कि जब हमारे द्वारा भूतपूर्व सरपंच से कहा जाता है कि पुर्वजों के समय से इसी स्थान से किसानों के खेतों में पानी सिंचाई के लिए पहुंचता है परन्तु वे मानने को तैयार नही है और किसानों के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे है इसलिए शासन-प्रशासन से मांग है कि जिस स्थान से पूर्व से सर्राटी जलाशय माइनर नहर आमाटोला स्थित नाली एवं कुलापे से पानी आता है जिससे बंद कर दिया गया है उसे खुलवाकर सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाये।

आपकों बता दे कि लालबर्रा मुख्यालय से लगभग ८ किमी. दूर ग्राम पंचायत टेकाड़ी ला. स्थित सर्राटी जलाशय से रामजीटोला माइनर नहर पूर्व में मिट्टी की बनी हुई थी और जिस ग्राम के समीप से नहर गुजरी है उक्त ग्रामों के किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने के लिए जगह-जगह नहर में कुलापे एवं छोटी-छोटी नालियों का निर्माण किया गया है जिससे किसान फसल में सिंचाई करते आ रहे है। वहीं मिट्टी की बनी नहर जीर्णशीर्ण होने जाने के कारण एक वर्ष पूर्व लाखों रूपयों की लागत से सीमेन्टीकरण नहर का निर्माण किया गया है और पूर्व में जिस स्थान पर कुलापे बने थे उसी स्थान पर कुलापे बनाये गये है। जिससे किसान खरीफ एवं रबी की फसल में नहर में पानी आने पर अपनी फसल में सिंचाई कर फसल उत्पादन लेते है। पांढरवानी के आमाटोला स्थित पावर हाउस रोड़ के समीप से सर्राटी जलाशय माइनर नहर गुजरी है और किसानों के खेतों तक पानी पहुंच सके उसके लिए नहर किनारे से छोटी नाली एवं कुलापे बनाये गये है परन्तु पांढरवानी के भूतपूर्व सरपंच फैज मो. फैज के द्वारा अपनी निजि भूमि बताकर कुलापे एवं नाली को बंद कर दिया गया है। जिसके कारण खरीफ सीजन की धान की फसल कटाई कर जिन किसानों की खेती में नमी थी उन्होने रबी की फसल बो दिये है एवं जिनकी जमीन सूख सुखी थी वे सिंचाई कर बोवाई करना चाहते है परन्तु कुलापे व नाली बंद होने के कारण फसल में सिंचाई एवं रबी फसल की बोवाई नही कर पा रहे है जिससे किसानों में आक्रोश व्याप्त है। साथी आमाटोला के कुलापे एवं नाली बंद होने से करीब ६० से ७० एकड़ की फसल में सिंचाई नही हो पायेगी जिससे किसानों की फसल प्रभावित हो सकती है इसलिए किसानों ने बंद कुलापे एवं नाली को खुलवाकर सिंचाई के लिए पानी देने की मांग शासन-प्रशासन से की है।

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