बलात्कार सहित महिला जघन्य अपराधों से जुड़े मामलों में दी जाए फांसी की सजा

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जिस देश में नारी को देवी मानकर उनका पूजन किया जाता है उसी भारत देश में महिलाओं के प्रति बलात्कार सहित अन्य जघन्य अपराध काफी ज्यादा बढ़ गए हैं। जिसका असर न सिर्फ पीड़ित परिवार बल्कि प्रदेश देश व संपूर्ण विश्व पर पड़ रहा है।इसलिए महिला उत्पन्न उत्पीड़न सहित महिलाओं से जुड़े अन्य अपराधों में कड़े कानून बनाकर आरोपियों को तत्काल सजा दी जानी चाहिए। वहीं महिलाओं के साथ होने वाले बलात्कार सहित अन्य जघन्य मामलों में आरोपी को फांसी की सजा सुननी चाहिए। यह मांग युवा समर्पण समिति द्वारा शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय में सौंपे गए ज्ञापन के दौरान की गई है। महामहिम राष्ट्रपति के नाम सौंपे गए इस ज्ञापन में समिति के पदाधिकारी ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या करने सहित महाराष्ट्र मुंबई में स्कूली छात्रा के साथ किए गए दुष्कर्म, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की घटना सहित अन्य घटनाओं का उल्लेख करते हुए इन घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कड़े प्रावधान बनाने और दुष्कर्म सहित अन्य जघन्य अपराधों में आरोपियों को सीधे फांसी की सजा सुनाई जाने की मांग की है।

ऐसे अपराधों के लिए मृत्यु दंड सुनिश्चित किया जाए
देश में हो रहे बलातसंग जैसे गंभीर अपराधो
के विरुद्ध कठोर कानून बनाने व रोकने सहित
देश के विभिन्न स्थानों में वर्तमान में घटित
बलातसंग की घटनाओं के अपराधियों को फांसी
की सजा देने की मांग को लेकर सौपे गए इस ज्ञापन में युवा समर्पण समिति के युवाओं ने इस बात का उल्लेख किया कि देश में आए दिन महिलाओं के साथ कार्य स्थल अस्पतालों विद्यालय चौक चौराहे व अन्य सामाजिक गैर सामाजिक स्थानों में छेड़छाड़ दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराध कारित किए जा रहे। ऐसे मे समाज में महिलाएं स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रही हैं जिससे उनके कार्य क्षेत्र सामाजिक धार्मिक राजनैतिक क्षेत्रो में सहभागिता घट रही हैं ऐसे डर के माहौल में महिलाएं समाज मुख्य धारा से पिछड़ रही है एवम ऐसी घटनाओं को देखकर स्त्री जीवन पाकर वह स्वयं को श्रापित मानती हैं। ऐसी जघन्य घटनाओं के चलते माता पिता पुत्री की अभिलाषा नहीं रख रहे चूंकि उन्हें बेटियों के भविष्य को लेकर डर है।
हमारे देश मे पूर्व में निर्भया सामूहिक बलातसंग जैसी बड़ी जघन्य अमानविक घटनाएं घट चुकी है और वर्तमान में कलकत्ता (प.बंगाल) में सामूहिक बलातसंग व हत्या भिंड (म.प्र.) में मुंबई (महाराष्ट्र) में मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) में बलातसंग की घटनाएं घटित हुई है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण हैं, अमानवीय व असामाजिक है।इन जघन्य अपराधो के अपराधियों की जांच विशेष कमेटियां बनाकर जल्द से जल्द हो और आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए।साथ ही भविष्य मे ऐसी घटनाओ की समाज में पुनरावृति न हो इसके लिए महिलाओं की सुरक्षा के मद्देनजर विशेष जांच व सुरक्षा संगठनों का निर्माण किया जावे वही ऐसे अपराधो के विरूद्ध स्पीड ट्रायल का प्रावधान कर अपराधियों के लिए कठोर कानून बनाया जावे।उक्त घटनाओं की निष्पक्ष जांच के लिए राष्ट्रपति महोदया का मामले में हस्तक्षेप आवश्यक है ।हमारी मांग है कि दोषियों को मृत्यू दंड दिया जाए।

केवल देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी छवि हो रही धूमिल- सुभाष कुमार
ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान युवा समर्पण समिति पदाधिकारी सुभाष कुमार ने बताया कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति जगन्य अपराध हो रहे हैं ।ऐसे मामलों में रोक लगाई जाना बहुत आवश्यक है ।इसीलिए ऐसे अपराधों के लिए कड़े प्रावधान निश्चित करना चाहिए। वही इन अपराधों में लिप्त आरोपियों को फांसी की सजा सुनानी चाहिए। इसी मांग को लेकर आज राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौपा गया है। क्योंकि जिस देश में नारी को देवी मानकर उसकी पूजा की जाती है उस देश में ऐसे मामले आए दिन देखने को मिल रहे हैं। इससे न केवल प्रदेश देश में बल्कि विदेशों में भी भारत देश की छवि धूमिल हो रही है।

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