पाकिस्तान अभी भी बाढ़ से आई तबाही से उभर नहीं पा रहा है। ऐसे में UN ने अनुमान लगाया है कि बाढ़ से आई भयानक तबाही से निपटने के लिए पाकिस्तान को साल 2023 में 4 लाख करोड़ रुपए की मदद चाहिए होगी, जिसके लिए वो पूरी तरह से दूसरे देशों से मिलने वाली मदद पर निर्भर करेगा। साउथ एशिया प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक बाढ़ ने पाकिस्तान को घुटनों के बल ला दिया है।
UN ने एक बयान जारी कर कहा कि बेशक अब पाकिस्तान में आई बाढ़ की खबरें मीडिया में हेडलाइन नहीं बना पाती हों, लेकिन वहां के लाखों लोग अभी भी उस तबाही में रहने को मजबूर हैं। पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र संघ के रिफ्यूजी हाई कमिश्नर ने ट्वीट कर दुनिया से मदद करने की गुहार लगाई है।
विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो UN चीफ से मिले
बाढ़ से निपटने में नाकामयाब रहने के बाद अब पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने UN चीफ एंटोनियो गुटरेस से मुलाकात की और उनसे मदद मांगी है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक न्यूयॉर्क में UN चीफ ने कहा कि पाकिस्तान को मदद करना उनके लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
पाकिस्तान के अलावा भी 339 मिलियन लोगों को मदद की जरूरत
सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं अगले साल 69 देशों के 33 करोड़ लोगों को मदद के लिए दूसरे देशों और इंटरनेशनल संस्थाओं पर निर्भर रहना पड़ेगा। UN की संस्था ने जानकारी देते हुए बताया है कि अगले साल इंटरनेशनल मदद पर निर्भर रहने वाले लोगों की जनसंख्या में पिछले साल के मुकाबले अगले साल 6 करोड़ लोगों की बढ़ोतरी होगी।
80 लाख लोग अभी भी बाढ़ में फंसे
पाकिस्तान के कई जिलों में बाढ़ का पानी अभी तक भरा हुआ है, जिसकी वजह से लाखों लोग परेशानी झेल रहे हैं। यूनाइटेड नेशंस की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में 80 लाख लोग अभी भी बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं। 6 लाख से ज्यादा बच्चों को पोलियो वैक्सीन नहीं मिल पाई है। पीने के लिए साफ पानी नहीं मिलने की वजह से बच्चे डायरिया और दूसरी पानी से जुड़ी बीमारियों का खतरा झेल रहे हैं। जो लोग अपने घरों में वापस लौट रहे हैं वे भी खाना, पानी और दवाइयों जैसी जरूरी चीजों की कमी का सामना कर रहे हैं।