कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान अप्रैल-मई माह में बसों का संचालन बंद रहा लेकिन जून माह में जैसे ही बस ऑपरेटरों को बस चलाने की छूट दी गई। बस का परमिट और इंसुरेंस के लिए ऑपरेटरों ने अप्लाई किया तो अप्रैल और मई माह का पैसा पहले जमा करने का फरमान सुना दिया गया। इस बात से परेशान बस ऑपरेटरों ने बहुत कम संख्या में बस चलाने का निर्णय लिया।
इस कारण पूरे जिले के भीतर बहुत कम बसें संचालित हो रही है इसके पीछे बड़ी वजह यही बताई जा रही है कि लोग कोविड से डरे हुए हैं और बसों पर सफर नहीं करना चाहते। नतीजा जो बस चल रही है उनमें भी पेशेंजर बहुत कम मिल रहे है।
बस ऑपरेटर एसोसिएशन के जिला सचिव श्याम कौशल बताते हैं कि उनके द्वारा प्रशासन के अधिकारियों से लेकर जिले के सभी जनप्रतिनिधियों को इस बात की जानकारी से अवगत करा चुके हैं। अप्रैल और मई माह का टैक्स माफ किया जाए। वरना उनके संगठन द्वारा न्यायालय में टैक्स माफ करवाने की गुहार लगाई जाएगी। यदि सब कुछ ठीक रहा तभी जुलाई माह में पूरी संख्या में बस संचालित की जाएगी वरना आगे बस संचालन की विषय में भी ऑपरेटर संघ को बैठक कर कुछ निर्णय लेना पड़ सकता है।