दसवीं-बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं इस बार महीनेभर पहले माध्यमिक शिक्षा मंडल करवाने जा रहा है, जिसमें दसवीं बोर्ड परीक्षा में एक बदलाव हुआ है। इस बार बेस्ट आफ फाइव की सुविधा खत्म कर दी है। जैसा 10वीं में छह विषय होते थे। उसके एक विषय में फेल भी होते तो विद्यार्थियों को बाकी पांच विषयों के आधार पर उत्तीर्ण कर दिया जाता था। मगर मंडल ने इस बार यह सुविधा परीक्षा नियमों से हटा दी। इस बार छात्र-छात्राओं को सारे विषय में बेहतर प्रदर्शन करना होगा। तभी उनका परीक्षा परिणाम उत्तीर्ण माना जाएगा। यही वजह है कि विद्यार्थियों को थोड़ा सतर्क रहकर प्रश्न पत्र हल करना होगा।
यह बात करियर काउंसलर व सरकारी स्कूल की प्राचार्य डा. संगीता विनायका ने कहीं। मंगलवार को हेलो नईदुनिया कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने विद्यार्थियों का परीक्षा को लेकर मार्गदर्शन किया। वे कहती है कि 2017-18 में माध्यमिक परीक्षा मंडल ने बेस्ट आफ फाइव का नियम लागू किया था, जो 2022-23 तक चली है। उन्होंने कहा कि मार्च में होने वाली बोर्ड परीक्षाएं फरवरी में शुरू होगी। इसे लेकर विद्यार्थियों को थोड़ा तनाव है। इन्हें घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि कक्षाओं और छह माही परीक्षा में जितना पढ़ाया था, उसका दोबारा अध्ययन करने की रणनीति बनाना चाहिए। प्रत्येक विषय को निश्चित समय दें और माक टेस्ट हल करने पर जोर दें।
छात्र-छात्राओं द्वारा पूछे गए सवाल और उनके जवाब-
सवाल- 12वीं कक्षा की छात्रा हूं। बोर्ड परीक्षाएं फरवरी में हो रही है। ऐसे में पूरा सिलेबस पढ़ा जाए या सिर्फ चुनिंदा टापिक याद करें। -अनुष्का अग्निहोत्री, 12वीं छात्रा
जवाब- चुनिंदा टापिक पढ़ने पर ध्यान नहीं दें। आपकी कक्षा में पूरा सिलेबस हो चुका है। उसके आधार पर छह माही परीक्षा हुई है। ऐसे में आपको पूरा सिलेबस पढ़ाना चाहिए। परीक्षा को तीस दिन का समय बचा है। ऐसे में प्रत्येक विषय के लिए दिन निर्धारित कर पढ़ाई करना चाहिए। हर विषय को चार से पांच दिन दें।
सवाल- परीक्षा नजदीक आते ही तनाव होता है। ऐसे में पढ़ाई नहीं हो पाती है। इस परिस्थिति में विद्यार्थियों को क्या करना चाहिए। -चिराग कुदालिया, 10वीं छात्र
जवाब- परीक्षा का तनाव विद्यार्थियों को होना स्वभाविक है। मगर इससे आप खुद का नुकसान ज्यादा करेंगे, क्योंकि तनाव में पढ़ाई नहीं होगी। बेहतर है कि जितना कक्षा में पढ़ाया गया है। उसका रिविजन करने पर फोक्स रहे। साथ ही पांच वर्ष के पुराने पेपर को हल करना चाहिए।
सवाल- परीक्षा का नाम सुनते ही नींद गायब हो जाती है, लेकिन रात में पढ़ा याद नहीं रहता है। परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए क्या करना चाहिए। – शौर्य गुरु, 10वीं छात्र
जवाब- निश्चित ही परीक्षा का नाम सुनते ही घबराट होती है। मगर अभी परीक्षा की तैयारी के लिए समय है। वैसे भी विद्यार्थी जीवन का यह पहला पड़ाव है। इसके लिए चिंता नहीं करना चाहिए। शांत मन से दिन में अपने विषयों की पढ़ाई करें। रात में अच्छी नींद ले। उससे बेहतर ढंग से विषय व टापिक याद रहेंगे।
सवाल- कला संकाय का विद्यार्थी हूं। विषय संबंधित टापिक मुझे याद हो जाते है, लेकिन लिख ने में थोड़ी दिक्कतें होती है। उसकी वजह से कम अंक मिलते है। -आर्यन शर्मा, 12वीं छात्र
जवाब- कोरोना के बाद यह दिक्कतें काफी बच्चों में देखने को मिली है कि वे लिख नहीं पाते है। बेहतर होगा कि जो प्रश्न बोलकर याद कर रहे हो।उन्हें लिखकर याद करने की कोशिश करें। इससे दो फायदें होंगे। पहला लम्बे समय तक याद रहेंगे। दूसरा लिखने की दिक्कतें भी दूर होगी। परीक्षा में समय कम लगेंगा।