महाराष्ट्रीयन समाज द्वारा महालक्ष्मी पर्व हर वर्ष बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है यह त्योहार खासतौर पर महाराष्ट्र में मनाया जाता है। भाद्रपद मास की सप्तमी तिथि को महालक्ष्मी जी की स्थापना की जाती है और भक्तिभाव के साथ पूजा अर्चना किया जाता है। महाराष्ट्रीयन परिवारों द्वारा सप्तमी तिथि पर इसकी स्थापना कर भक्तिभाव के साथ पूजा अर्चना किया गया।
इसके संबंध में जानकारी देते हुए श्रीमती मीनाक्षी रामेकर ने बताया कि यह महालक्ष्मी का त्योहार खासतौर पर महाराष्ट्र में मनाया जाता है। सप्तमी अष्टमी और नवमी तीन दिन यह त्यौहार मनाया जाता है। इसका उद्देश्य यह है लड़कियां जिस प्रकार से मायके आती है यह देवी स्वरूपा महालक्ष्मी जी अपने मायके आती है इनका इस प्रकार से स्वागत किया जाता है। इस त्यौहार को महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है इसको गौरी गणेश भी कहते हैं यह ढाई दिन का त्यौहार होता है। सप्तमी को स्थापना करते हैं अष्टमी को महापूजा और नवमी को विसर्जन किया जाता है। अपनी शक्ति और भक्ति अनुसार इस महालक्ष्मी पूजा को किया जाता है, महालक्ष्मी पूजा के अवसर पर सभी प्रकार का मिष्ठान्न बनाया जाता है और भक्तिभाव के साथ पूजा अर्चना की जाती है।