16 अगस्त को शासकीय कर्मचारी का दर्जा मिलने की मांग को लेकर मध्य प्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ भोपाल के प्रांतीय आह्वान पर सहकारी समिति कर्मचारीयो द्वारा आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। आपको बताए की लगातार अपनी मांगो को लेकर सहकारी समिति कर्मचारी लंबे समय से संघर्षरत है और काम बंद हड़ताल, मुंडन संस्कार और स्तीफा की चेतावनी तक आंदोलन किया ।लेकिन उनकी समस्या का कोई हल नहीं निकल सका। अब एक बार फिर सहकारी समिति कर्मचारी आंदोलन करने के लिए बाध्य है। जिसके चलते 11 अगस्त को मध्यप्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ ने एकदिवसीय सामूहिक हड़ताल कर प्रशासन के माध्यम से शासन को चेताया था कि यदि 15 अगस्त तक सरकार सहकारी सोसायटी कर्मचारियों को शासकीय कर्मचारी की तरह दर्जा और सुख-सुविधा उपलब्ध करवाने को लेकर कोई निर्णय नहीं लेती है तो 16 अगस्त से समितियों को बंद कर कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेगे।जिसके तहत 16 अगस्त से सहकारी समिति में कार्यरत सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है।मध्यप्रेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ जिलाध्यक्ष पी.सी. चौहान ने बताया कि विगत कई वर्षों से ज्ञापन धरना प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को अपनी मांगों का लगातार ज्ञापन दिया गया है उसके बाद भी अभी तक सरकार के द्वारा कोई निर्णय नहीं किया गया। सहकारी समिति कर्मचारियों की मांगो को लेकर सरकार कमेटी बनाकर समस्याओं के हल का हमेशा झूठा आश्वासन देती रही है लेकिन आज तक सरकार ने सहकारी समिति कर्मचारियों के हक में कोई निर्णय नहीं लिया और ना ही उनकी मांगो पर ध्यान दिया। जिससे इस बार आर-पार की लड़ाई में सहकारी समिति कर्मचारियों ने समितियों को बंद कर अपनी मांगो के समर्थन में 16 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। हमारी एक ही मांग है सहकारी समिति कर्मचारीयो को शासकीय कर्मचारी का दर्जा देकर सुख-सुविधा देने, शासन के आदेशानुसार सहायक प्रबंधक को प्रबंधक के पद पर पदोन्नत करने और भर्ती किये जाने की मांग कर रहे है लेकिन आदेश होने के बावजूद भी अभी तक हमारे कोई भी कर्मचारी लाभान्वित नहीं हुई है जो बहुत ही खेद का विषय है। पूरे प्रदेश में एक साथ हड़ताल में, हड़ताली कर्मचारी 21 अगस्त तक मुख्यालय में हड़ताल पर रहेंगे। जिसके बाद 22 अगस्त को भोपाल में महारैली और महा आंदोलन किया जायेगा। हड़ताल में जिलाध्यक्ष पीसी चौहान, जिला उपाध्यक्ष एल जे बिसेन, जिला उपाध्यक्ष एल पी सोनगड़े, प्रांतीय प्रतिनिधि दिनेश परिहार, सचिव एम पी ठाकरे, सह सचिव कार्तिक बिसेन, कोषाध्यक्ष योगेंद्र मात्रे, सह कोषाध्यक्ष राकेश पटले, महामंत्री चेतसिंह भगत, संगठन मंत्री मनोज कटरे, जे एल पटले , शारदा परिहार, सूचना प्रसारण मंत्री जियालाल लिल्हारे, वारासिवनी अध्यक्ष सुरेंद्र राहंगडाले, सहित अन्य समिति के सदस्यों पदाधिकारी उपस्थित थे।