शासन के द्वारा जहां एक और आमजन को रियायत देने के लिए कारगर योजनाएं चलाई जा रही हैं वहीं दूसरी ओर बढ़ती महंगाई ने गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार के बजट को बढ़ाकर बिगाड़ दिया है वर्तमान में जहां एक और खाद्यान्न सामग्रियों के दाम आसमान छू रहे हैं वहीं दूसरी ओर महज 15 दिनों में रसोई गैस के दाम ₹100 बढ़ा दिए गए हैं।
जिसके कारण ग्रहणी महिलाओं के बजट लड़खड़ा गया है इसके अलावा गरीब तबके के लोग जो कि दिन भर में ₹200 मजदूरी पाते हैं उन्हें अपने परिवार की जीविका चलाने में काफी दिक्कतें हो रही है इस संदर्भ में पद्मेश न्यूज़ की टीम के द्वारा लोगों की राय जानी गई तो एक बात स्पष्ट तौर पर सामने आई है कि बढ़ती महंगाई से सभी त्रस्त हो चुके हैं और इसका जिम्मेदार केंद्र सरकार को ठहराया जा रहा है
इस संदर्भ में कुम्हारी निवासी विजय बिसाने ने कहा कि महंगाई चरम पर है और बजट पूरी तरह से लड़खड़ा चुका है व्यवस्थाओं को बेहतर करने में काफी दिक्कतें हो रही हैवहीं महंगाई से परेशान महिलाओं ने भी इस बात पर जोर दिया कि सरकार को एक निर्धारित तरीके से किसी भी चीज के दाम बढ़ाना चाहिए जिससे गरीब तबके के लोगों पर असर ना पड़े लेकिन जिस तरीके से खाद्यान्न सामग्री रसोई गैस सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़े हैं उसे घर का बजट पूरी तरह से लड़खड़ा गया हैवही इस संदर्भ में चर्चा के दौरान रसोई गैस एजेंसी संचालक अनीश खान ने कहा की रसोई गैस के जो भी दाम बढ़ेे हैं वह शासन केे निर्देशों के तहत बढ़ाए गए हैं बढ़ती महंगाई को लेकर नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष अनिल सोनी ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा लगातार महंगाई बढ़ाई जा रही है जिससे आम जनता परेशान हैं कोरोना कॉल को देखते हुए लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है सरकार ने अच्छे दिन की बात कही थी लेकिन कारपोरेट जगत के लोगों के ही अच्छे दिन आए हैं वहीं सरकार के द्वारा लगातार महंगाई बढ़ाए जाने को लेकर कांग्रेश के जिलाध्यक्ष विश्वेश्वर भगत का क्या कहना है आइए जानते हैं