शासकीय एसएसपी महाविद्यालय वारासिवनी के समस्त प्राध्यापक के द्वारा 20 जून को महामहिम राज्यपाल मध्य प्रदेश शासन के नाम का ज्ञापन एसडीएम कार्यालय में सौप कर शासकीय महाविद्यालय बैतूल में प्राध्यापक पर हुए जानलेवा हमले के दोषियों पर कठोर कार्यवाही करने की मांग की गई। ज्ञापन में उल्लेखित है कि 14 जून 2024 को शासकीय जेएच महाविद्यालय बैतूल में एक सहायक प्राध्यापक डॉक्टर नीरज धाकड़ सहायक प्राध्यापक संस्कृत के साथ कुछ बदमाश तत्वों ने महाविद्यालय में घुसकर लाठी डंडों से मारपीट किया। जिसकी तबीयत अत्यंत चिंताजनक बनी हुई है वर्तमान जानकारी के अनुसार डॉक्टर नीरज धाकड़ ने बेहोशी की हालत में बाहर आने पर बताया कि पांच बदमाश तत्व ने उनके विभाग संस्कृत में लाठी डंडों के साथ आए थे। जिन्होंने आँख में मिर्ची झोंक कर मुझे डंडों और लाठी से सिर पर मरने लगे जिससे मैं बेहोश हो गया उसके बाद भी मारते रहे। जिसमे उनके दोनों हाथ पैर में फ्रैक्चर है वह सिर पर गंभीर चोट है महाविद्यालय के सीसीटीवी कैमरे में भी मारपीट में शामिल बदमाश था तो बाकायदा लाठी डंडों के साथ मारपीट करते हुए बाहर निकलते दिखे है जो पहचाना जा सकते हैं। ऐसे में प्रायः संज्ञान में लाया जा रहा है कि अधिकांश महाविद्यालय में बाहरी असामाजिक तत्वों के द्वारा प्राध्यापको के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है लेकिन प्राध्यापक डर की वजह से कानून कारवाई नहीं करते हैं लेकिन उक्त घटना से प्रदेश के समस्त कॉलेज में कार्यरत समस्त प्राध्यापकों में डर एवं दहशत का माहौल बना हुआ है। सभी प्राध्यापक इस घटना की निंदा करते हैं ऐसे में शासकीय महाविद्यालय प्राध्यापक के साथ इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसको दृष्टिगत रखते हुए उक्त घटना में शामिल बदमाशों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही करने की हम मांग करते हैं। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक मौजूद रहे।
सहायक प्राध्यापक नरेंद्र डोंगरे ने बताया कि वह प्राध्यापक साथियों के साथ एसडीएम कार्यालय ज्ञापन सौंपने आए थे कि शासकीय जेएच महाविद्यालय बैतूल में पदस्थ प्राध्यापक डॉक्टर नीरज धाकड़ के साथ कुछ लोगों के द्वारा लाठी और डंडों से मारपीट की गई है जो काफी निंदनीय कृत्य है। जिसके इस घटना की पुनर्विवर्ती ना हो और महाविद्यालय में बाहरी असामाजिक तत्वों का प्रवेश वर्जित किया जाए और जो हमले में शामिल लोग थे उन पर कठोर से कठोर कार्यवाही वह भी जल्द किया जाये इसको लेकर हमने ज्ञापन दिया है। श्री डोंगरे ने बताया कि इस प्रकार की घटना बेहद निंदनीय है और अब महाविद्यालय में प्राध्यापक भी सुरक्षित नहीं रहा तो इन शिक्षा संस्थानों का क्या होगा शासन प्रशासन को इधर गंभीरता से विचार करना चाहिए।