चीन की एक कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। अदालत ने एक शख्स को उसकी पत्नी द्वारा किए गए घरेलू कामों के बदले मुआवजा देने का आदेश दिया। तलाक की अर्जी के फैसले में अदालत ने पति को 7700 डॉलर (5.62 लाख रुपए) पत्नी को देने का कहा है। दरअसल चेन नाम के एक आदमी ने वांग से 2015 में शादी की थी। विवाह के कुछ दिनों बाद दोनों में मनमुटाव शुरू हो गया। इस बीच चेन ने वांग से छुटकरारा पाने के लिए बीते वर्ष कोर्ट में तलाक की अर्जी लगा दी। पहले तो महिला ने तलाक का विरोध किया था। बाद में वांग ने अदालत में कहा कि उसका पति बेहद गैर जिम्मेदार व्यक्ति है। परिवार में उसने कोई भी जिम्मेदारी नहीं निभाई है। न अपने बच्चों को संभाला और न घर के किसी काम में उसने मदद की। वह हर दिन बच्चों की देखभाल के लिए उसे घर पर छोड़ अपने काम पर चला जाता है। ऐसे में मुझे मुआवजा मिलना चाहिए।
फैसला देने वाली बेंच के प्रमुख न्यायाधिश फेंग मिआओ ने कहा कि शादी टूटने के बाद दंपती की जायदाद का विभाजन करते ठोस संपत्तियों को ध्यान में रखा जाता है। घरेलू काम ऐसी संपत्ति है जिसका भी मूल्य होता है। जज ने चेन को हर महीने 22 हजार रुपए गुजारा भत्ता देने को कहा है। बता दें चीन में एक जनवरी से नया नियम लागू हुआ है। जिसके तहत अगर किसी दंपती में कोई घर के काम की जिम्मेदारी निभाता है। वह तलाक के समय मुआवजा मांग सकता है। हालांकि मुआवजे का दावा तभी कर पाएगा जब शादी के समय दोनों ने इससे जुड़े समझौते पर हस्ताक्षर किए हों। हालांकि चीन में पारंपरिक रूप से ऐसा करार होने की प्रथा नहीं है। इस बीच अदलात के फैसले के बाद देश में घर के कामों के मेहनताने को लेकर बहस छिड़ गई है।