लामता के अर्नामेटा ग्राम में तेंदुआ का आतंक

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बीते दिनों महाराष्ट्र के नागझिरा से भटककर लांजी नगरीय क्षेत्र के निकट पहुची मादा बाघ की खबर अभी ठंडी भी नहीं पड़ी थी कि रविवार को जिले के लामता क्षेत्र अंतर्गत अर्नामेटा में तेंदुये के आतंक से ग्रामीणों के भयभीत होने की खबर आ गई है जहां के ग्रामीण इन दिनों की तेंदुए के आतंक से डरे सहमें हुए हैं ।बताया जा रहा है कि पिछले एक महीने से तेंदुआ लगातार मवेशियों का शिकार कर रहा है और आए दिन ग्रामीणों को तेंदुए के दर्शन होते हैं। जिसके चलते ग्रामीण भय के माहौल में जी रहे हैं। जिन्होंने वन विभाग पर सुस्ती बरतने का आरोप लगाते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की है

लिखित शिकायत पर भी वन विभाग नहीं दे रहा ध्यान
लामता के अर्नामेटा पंचायत के ग्रामीणों में वन्यप्राणी तेंदुआ के आतंक से भय है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम अर्नामेटा में एक महिने से वन्य प्राणी तेंदुआ द्वारा पालतू बकरी, गाय और बछड़ो को शिकार बना रहा है प्रतिदिन शाम सुबह तेंदुआ को गांव में देखा जा रहा है। जिसकी लिखित शिकायत वन विभाग के परिक्षेत्र अधिकारी लामता को किये जाने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

वन रक्षकों के साथ तेंदुआ भागने में जुटे ग्रामीण
ग्रामीणों का वन विभाग पर आरोप है कि वन्य प्राणी तेंदुआ लगातार एक महिने से बकरियों, बछड़ो एवं कुत्तों का शिकार कर रहा। गांव में भय का माहौल है, जिस पहाड़ी के पास उसकी मौजूदगी बताई जा रही है, वहां आंगनबाड़ी केन्द्र है। जहां छोटे-छोटे बच्चे आते है, जिससे कभी भी कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है। बावजूद इसके वनविभाग द्वारा तेंदुआ को भगाने कोई भी कदम नही उठाया जा रहा है। जिससे ग्रामीण जनों में भारी रोष देखा जा रहा है। जिसके चलते स्वयं ग्रामीण अब झाड़ियों में वन रक्षकों के साथ तेंदुआ को भगाने का प्रयास में जुटे है।

ऐसा आतंक रहा तो ध्वजारोहण करना भी मुश्किल होगा
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान ग्रामीण जागरूक युवा ओमप्रकाश सहारे और बुजुर्ग कुंवरलाल कुर्वेती ने बताया कि हिंसक वन्यप्राणी तेंदुआ, दिन और रात में भी रहवासी क्षेत्र में आ रहा है। बीते एक सप्ताह में लगभग आधा दर्जन मवेशियों का शिकार कर चुका है। जिसकी वनविभाग को सूचना देने के बाद भी गंभीर मामले को नजरअंदाज कर लापरवाही दिखाई जा रही है। यदि आतंक ऐसा ही रहा तो इस वर्ष ध्वजारोहण करना भी मुश्किलों भरा होगा। अधिकारी बस हमारी बातो को जलेबी की तरह गोल-गोल घुमा रहे है और कहते है कि वन्यजीव यहां नहीं रहेगा तो कहां जायेगा।

ग्रामीणों की मदद से रात्रि ग्रस्त बढ़ाई जाएगी- कृष्ण कुमार नामदेव
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान उत्तर लामता वन परिक्षेत्र अधिकारी कृष्ण कुमार नामदेव ने बताया वन्यप्राणी तेंदुआ द्वारा गांव के मवेशियों को खाने की शिकायत मिली है। जिसके बाद वनविभाग लगातार उसे जंगल की ओर भेजने प्रयासरत है। मुनादी भी करवाई गई है और हमने ग्रामीणों से कहा है कि वह अलसुबह जंगल की ओर ना जाये और जाये तो समूह में जाये। चूंकि जिस पहाड़ी की ओर वन्यप्राणी होने की बात कही जा रही है, वह राजस्व क्षेत्र है। वनरक्षक द्वारा 3 मवेशियों का प्रकरण बनाया गया। बाकि मवेशियों के अवशेष नही मिलने से मवेशी क्षति पूर्ति का प्रकरण नही बनाया गया है।ग्रामीणों के मदद से रात्रि गश्त की जायेगी और जल्द ही वन्य प्राणी को गांव की सीमा से जंगल की ओर वापस कर दिया जायेगा।

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