वारासिवनी : खाद की कमी से जूझ रहे क्षेत्र के किसान !

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वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)।  वर्तमान में  बारिश को देखते हुए क्षेत्र के किसान कृषि कार्य में जुटे  हैं पर खाद की उपलब्धता ना होने के कारण कृषि कार्य प्रभावित हो रहा है। किसानों के द्वारा रोजाना सोसायटी के चक्कर लगाए जा रहे हैं पर उन्हें सोसायटी से वापस घर लौटना पड़ रहा है। खाद की कमी से किसानों के अंदर आक्रोश व्याप्त है कि खेती कार्य चालू है   परंतु खाद नहीं मिल रही है । शासन के द्वारा खाद उपलब्ध कराया जाए जिससे कि वे अपने रुके हुए कृषि कार्य को पुन: प्रारंभ कर खेती कार्य पूर्ण कर सके। वही कई लोगों के द्वारा हताश होकर बिना खाद के  ही परहा लगा दिया गया परंतु खेत में खाद नहीं डाली है जिससे वह चिंतित है कि फ सल पर इसका क्या असर होगा।  ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई दिनों से सोसायटी और खाद वितरण कार्यालय के खाद के लिए चक्कर लगाए जा रहे हैं परंतु खाद मिल नहीं पा रही है जिसके कारण कृषि कार्य प्रभावित हो रहा है। क्योंकि डीएपी की जरूरत किसान को रोपा लगाने  के समय पढ़ती ह डीएपी  खाद डाल दी जाती है तो अच्छा पौधा बनता है और यदि बाद में डाली जाती है तो डीएपी उतना असर नहीं करती है इसलिए शासन  से मांग है कि वे वर्तमान में  खेतों में पानी जमा होने लगा है और साधन का भी पानी मिल रहा है परहा लगाने की स्थिति तैयार हो गई है । 
खाद की कमी से किसान मायूस-कृष्णकुमार चौधरी
 चर्चा में कृष्ण कुमार चौधरी ने बताया कि खेत में खाद की कमी हो रही है बारिश हो रही है ऐसे में डीएपी की समस्या आ रही है जो किसी को नहीं मिल रहा है कुछ ही लोगों को मिल पाया है। श्री चौधरी ने बताया कि जिन्हें डीएपी नहीं मिल रही है उनको बहुत प्रकार की समस्या हो रही है क्योंकि पराह लगाने के पहले डीएपी खाद डालने देख रहे हैं तो नहीं मिलने से समस्या खड़ी हो गई है। और यदि डीएपी नहीं मिला तो किसान अपनी उपज कैसे लगाएगा।
खाद के लिये सोसायटी का लगा रहे चक्कर- अंतराम पंचेश्वर
अंतराम पंचेश्वर ने बताया कि खाद नहीं मिल रहा है खाद ना होने से किसानों को सोसायटी के चक्कर लगाने पड़ रहा है क्योंकि अभी खाद की सबसे बड़ी समस्या है। श्री पंचेश्वर ने बताया कि २ बार वह सोसायटी जाकर वापस आ चुके हैं परंतु खाद नहीं आ रहा है १५० बोरी खाद पिछली बार आया था जबकि हजार से ऊपर किसान है।
खाद नही मिलने से फसल मे कमी आयेगी- अहमद कुरैशी
 अहमद कुरैशी ने बताया कि वर्तमान में   खाद की  समस्या है किसानों के खेत में रोपा लगा है जिसमें डीएपी की बहुत जरूरत है । जिनके पास पानी है और उन्हें रोपा निकालकर परहा लगाना है तो भी डीएपी चाहिए परंतु कहीं भी डीएपी नहीं मिल रहा है।  श्री कुरैशी ने बताया कि  यदि किसानों को समय पर खाद  नहीं मिला तो यह व्यवस्था बेकार है क्योंकि  लगातार खाद के लिए जाते हैं तो कहते हैं कि स्टॉक आएगा तो देंगे अभी कहीं भी खाद नहीं है।
इनका कहना है

पिछली बार जो डीएपी आया था वह सभी सोसायटी को दे दिया गया था अभी सभी सोसायटी में डीएपी खत्म हो गया है। जिसके लिए जिले में ५०० टन डीएपी एवं यूरिया की डिमांड भेजी गई है प्राप्त होते ही वितरण प्रारंभ किया जाएगा।
पीके बघार
खाद प्रभारी वारासिवनी

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