29 नवंबर की रात को वारासिवनी शहर से लगे हुए एक गेस्ट हाउस के बाहर वारासिवनी के विधायक प्रदीप जायसवाल और पवार समाज के दो युवाओं के बीच हुई कहासुनी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा।
1 दिसंबर को पवार समाज के दो अलग-अलग पक्षों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन सौंपा जहां एक पक्ष ने विधायक श्री जसवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की, तो वहीं दूसरे पक्ष ने विधायक श्री जयसवाल की राजनीतिक छवि धूमिल करने का आरोप लगाते हुए इस पूरे मामले की जांच कर दोषी युवाओं पर कार्रवाई की मांग कर ली।
आपको बताये की 29 नवंबर की रात वारासिवनी में जसवंत पटले के गेस्ट हाउस के पास हुई घटना को लेकर पवार समाज के दो पक्षों ने बुधवार को एसपी अभिषेक तिवारी से मुलाकात कर ज्ञापन सौपा। जिसमे पवार समाज के दोनों पक्षों ने मामले की निष्पक्ष जांच कर वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की।
पवार समाज के पहले पक्ष द्वारा सौपे गए ज्ञापन में जहा समाज के लोगो मे इस घटना को लेकर काफी आक्रोश देखा गया जहां जिन्होंने इस पूरी घटना की निंदा करते हुए विधायक प्रदीप जायसवाल पर कई गंभीर आरोप लगाए।इस दौरान पवार समाज द्वारा विधायक प्रदीप जायसवाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विधायक के इस्तीफे की मांग की ओर मामले की निष्पक्ष जांच कर वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की।
इस पूरे घटनाक्रम में पहले पक्ष द्वारा ज्ञापन सौपे जाने के बाद दूसरा पक्ष भी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा और उन्होंने विधायक जायसवाल के पक्ष में बात रखते में आरोप लगाया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दूसरी युवाओं पर कार्रवाई तक होनी चाहिए। यही नहीं उनके द्वारा तो विधायक श्री जयसवाल पर लगे आरोप को को पूरी तरह से बेबुनियाद बताया गया।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने वारासिवनी विधायक से जुड़े इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर एक टीम बनाकर मामले की जांच करने, साथ ही तथ्यों के आधार पर कार्यवाही किए जाने की बात कही है।