Tokyo Paralympics 2020: पैरालंपिक्स में डिस्कस थ्रो F52 के फाइनल इवेंट का रिजल्ट बदल दिया गया है। इस इवेंट में भारत के विनोद कुमार ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीता था, लेकिन क्सालिफिकेशन को लेकर हुई शिकायत के बाद इसका रिव्यू किया गया और आयोजन समिति ने उनका कांस्य पदक कैंसल कर दिया है। टोक्यो पैरालंपिक्स के टेक्निकल सदस्यों ने रिव्यू के बाद फैसला सुनाया कि विनोद कुमार डिस्कस F52 वर्ग के लिए अर्हता नहीं रखते, इसलिए इस प्रतियोगिता में उनका रिजल्ट खारिज किया जाता है।
Tokyo Paralympics Technical Delegates decide Vinod Kumar is not eligible for Discus F52 class, his result in the competition is void and he loses the bronze medal
Tokyo Paralympics Technical Delegates decide Vinod Kumar is not eligible for Discus F52 class, his result in the competition is void and he loses the bronze medal pic.twitter.com/m5zzaaINZX
टोक्यो पैरालंपिक में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के पूर्व जवान विनोद कुमार ने एशियाई रिकॉर्ड तोड़ते हुए तीसरा स्थान हासिल किया और देश के लिए कांस्य पदक जीता था। विनोद कुमार ने डिस्कस थ्रो के F52 कैटेगरी में 19.98 मीटर के थ्रो के साथ एशियन रिकॉर्ड कायम किया था। लेकिन पैरालंपिक समिति ने उनके रिजल्ट को Void घोषित करते हुए उनका पदक खारिज कर दिया।
विनोद ने करीब 30 साल की उम्र में इस खेल को चुना था और आज 42 साल की उम्र में वह पैरालंपिक मेडलिस्ट बन गए। इस जीत के साथ ही विनोद को सोशल मीडिया पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, भारतीय पैरालंपिक समिति की प्रमुख दीपा मलिक समेत कई दिग्गज हस्तियों ने विनोद को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी थी।










































