ग्राम पंचायत पांढरवानी में पूर्व में हुए निर्माण कार्यों में अनियमितता बरतने की शिकायत शिकायतकर्ता नीरज पशीने सहित अन्य शिकायतकर्ताओं के द्वारा जिला प्रशासन को सितंबर २०२२ में की गई थी। जिसके बाद जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार के द्वारा तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर पंचायत में हुए निर्माण कार्यों की जांच करने के निर्देश दिये गये थे। जांच अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग १ के कार्यपालन यंत्री डीके मुडिय़ा, पंचायत प्रकोष्ठ के परियोजना अधिकारी विकास रघुवंशी, सामाजिक अंकेक्षण जिला पंचायत बालाघाट के जिला समन्वयक आरके राय के द्वारा २३ मार्च को लालबर्रा विश्राम गृह पहुंचकर शिकायतकर्ताओं की उपस्थिति में पांढरवानी सरपंच अनीस खान एवं तत्कालीन सचिव के द्वारा निर्माण कार्यों में खरीदी की गई अनियमितता की जांच की गई। जांच अधिकारियों के द्वारा तीन बार शिकायकर्ताओं की उपस्थिति में अभिलेखों की जांच की जा चुकी है और शिकायत के ६ माह बित जाने के बाद भी अब तक कोई ठोस अनियमितता जांच दल को प्राप्त नही हो पाई है। वहीं जांच अधिकारियों का कहना है कि जांच जारी है इसके बाद निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया जायेगा जिसके बाद अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।
शिकायतकर्ता नीरज पशीने ने बताया कि ग्राम पंचायत पांढरवानी में पूर्व में हुए निर्माण कार्योंमें बरती गई अनियमितता की शिकायत जिला पंचायत सीईओं को की गई थी जिसके बाद २९ दिसंबर २०२२ को जांच दल आया था परन्तु उस समय भी सरपंच व सचिव के द्वारा उन्हे कोई सहयोग न करते हुए एक भी दस्तावेज पेश नही किया गया और अधिकारी शाम ५.३० बजे तक बैठे रहे परन्तु एक भी शिकायत का जवाब नही दिये, आज तीसरी बार जांच दल जांच करने पहुंचे है परन्तु आज भी पंचायत के सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक नदारद है, मुझे जांच दल ने फोन पर सूचना दी कि आपको आज उपस्थित रहना है तो मैं अन्य शिकायतकर्ताओं के साथ पहुंचा हूं और हमारी मांग है कि पिछले कार्यकाल में सरपंच के द्वारा निर्माण कार्यों में बरती गई अनियमिता की जांच कर कार्यवाही की जाये।
चर्चा में जांच अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग -१ कार्यपालन यंत्री डीके मुडिय़ा ने बताया कि ग्राम पंचायत पांढरवानी के निर्माण कार्योंमें अनियमितता बरतने की शिकायतकर्ताओं के द्वारा शिकायत की गई थी जिसके बाद जिला पंचायत सीईओं के द्वारा तीन अधिकारियों की टीम गठित की गई और हमारे द्वारा जो शिकायत हुई है उसकी पूर्व में दो बार जांच कर चुके है। श्री मुडिय़ा ने बताया कि पूर्व से ही २३ मार्च को पुन: जांच करने की तिथि तय थी जिसकी सूचना सरपंच, सचिव को दिये थे परन्तु छुट्टी होने के कारण पंचायत बंद है इसलिए शासकीय भवन विश्रामगृह में शिकायतकर्ताओं की उपस्थिति में जांच की गई है और इस जांच में सचिव को उपस्थित रहना था परन्तु नही है, अभी जांच प्रगतिरत है, इसके बाद निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया जायेगा जिसमें जो तथ्य सामने आयेगें उसके आधार पर कार्यवाही की जायेगी।