बीते सप्ताह विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की जारी लिवाली की बदौलत लगभग डेढ़ प्रतिशत की तेजी के बाद घरेलू शेयर बाजार पर इस सप्ताह जुलाई की खुदरा महंगाई और कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के परिणाम का असर रहेगा। विश्लेषकों के अनुसार इस सप्ताह 12 अगस्त को जुलाई की खुदरा महंगाई और औद्योगिक उत्पादन का आंकड़ा जारी होने वाला है। इसी तरह 10 अगस्त को अमेरिका में भी खुदरा महंगाई का आंकड़ा आएगा। इन कारकों का बाजार पर असर रहेगा। इसी तरह सोमवार को देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक स्टेट बैंक (एसबीआई), एचपीसीएल और बीपीसीएल का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही का परिणाम जारी होगा, जिसका प्रभाव बाजार पर रहेगा। इसके अलावा वैश्विक स्तर पर बढ़ रहे भूराजनीतिक तनाव के साथ ही स्थानीय स्तर पर रिजर्व बैंक के महंगाई को काबू में रखने के लिए नीतिगत दरों में की गई बढ़ोतरी पर भी इस सप्ताह बाजार की प्रतिक्रिया देखी जा सकेगी।
विदेशी बाजारों की गिरावट के बावजूद स्थानीय स्तर पर सीडीजीएस, एफएमसीजी, यूटिलिटीज, ऑटो और पावर समेत नौ समूहों में हुई लिवाली से शेयर बाजार में मंगलवार लगातार पांचवें दिन भी तेजी पर रहा। उभरते एशियाई बाजारों में छह माह बाद जुलाई में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की हुई लिवाली की बदौलत बुधवार घरेलू शेयर बाजार का लगातार छठे दिन भी चढ़ना जारी रहा। अंतरराष्ट्रीय बाजारों की तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर दूरसंचार, यूटिलिटीज, बैंकिंग और रियल्टी समेत आठ समूहों में हुई बिकवाली से गुरुवार को शेयर बाजार की पिछले लगातार छह दिन की तेजी थम गई।