ब्रिटीश शासनकाल की नहर अपने जीर्णोध्दार की मांग कर रही है। हालांकि आजादी के बाद भारत सरकार ने जरूर इस नहर पर कार्य शुरू किया था जिसके तहत नहर का लाईनिंग कार्य प्रारंभ करवाकर विभाग ने किसानो को राहत प्रदान करने की कोशिश की थी। जिसकी ही बदौलत है कि यह ढ्ट़ी बांयी तट नहर वारासिवनी खैरलांजी खेतो तक पानी पहुॅचाकर अपना कर्तव्य निभा रही है। मगर देखने मे आ रहा है कि वारासिवनी से फुलचुर तक यह नहर शोभा की सुपारी जैसी प्रतीत हो रही है जिसका जीता जागता परिणाम वर्तमान समय मं दिखाई दे रहा है। नहर कई जगह से फूट चुकी है। कई अनगिनत जगह पर बुढक़ा नुमी गड्डे लग चुके है। मगर विभाग को पर्याप्त फंड राज्य शासन की और से नही मिल पा रहा है। बीते एक सप्ताह पूर्व विभाग ने किसान की रबी फसल के लिये पानी उपलब्ध कराये जाने नहर मे साफ सफाई प्रारंभ किया था। मगर सिंचाई विभाग की यह पहल फेल होते हुई दिखाई दे रही है। क्योंकि नहर में फैली यह गंदगी को सिंचाई विभाग साफ सफाई कराने मे नाकाम साबित हुआ है। विभाग ने जिस मुस्तैदी से कार्य प्रारंभ किया था वो शोभा की सुपारी जैसा प्रतीत हो रहा है। यह कार्य सिर्फ दो दिवस तक ही चला है जिसकी वजह से नहर में व्याप्त गंदगी को हम यह मान सकते है कि यह गंदगी कार्य दिखावा के लिये किया गया है। क्योंकि अब किसान ने अपनी फसल को काट लिया है वही वे अब रबी फसल की तैयारी कर हरे है जिसके लिये आगामी समय में नहर के पानी की डिमांड करेंगे इसी को देखते हुये सिंचाई विभाग ने नहर की साफ सफाई कार्य का प्रारंभ किया था।भ्मगर यह कार्य असफल साबित हो रहा है। वर्तमान समय मे सूखी नहर में गंदगी व्याप्त अगर विभाग ने पानी छोड़ा भी तो यह पानी सीधे किसान के खेत में नही पहुॅच पायेगा।
सिंचाई विभाग नही सचेत – योगेश चंद्रविजय
इस संबंध में योगेश चंदविजय ने बताया कि कोई नहर की साफ सफाई नही हुई है। हम लोग कई बार विभाग से अनुरोध कर चुके है मगर विभाग इस और ध्यान नही दे रहा है। हमारे घर मे सॉंप बिच्छू तक घुस जाते है। जिससे हमे काफी तकलीफ का सामना करना पड़ता है। अगर नहर की साफ सफाई विभाग द्वारा की जा रही थी तो इसे पूरा करना चाहिये था मगर मुझे नही लगता की नहर की साफ सफाई की गई है। जिसका ही परिणाम है कि अब भी नहर के अधिकांश हिस्से में गदंगी फैली हुई है। ऐसी दशा मे रबी के फसल के लिये किसान के खेत तक पानी नही पहुॅच पायेगा। सिंचाई विभाग को इस और गंभीरता से देखना चाहिये और किसान तक कैसे पानी पहुॅचे इसके समुचित प्रयास करना चाहिये।
गंदगी की वजह से खेत तक पहुॅच रही गंदगी – राजेश सुलाखे
इसी तरह किसान राजेश सुलाखे ने पद्मेश को बताया कि नहर मे डाली जा रही गदंगी सीधे उनके खेत तक पहुॅच रही है। जिसकी वजह से कई लोग छिल्ली सहित अन्य गंदगी भी डाल रहे है। जिसके कारण वर्तमान समय मे जब रबी की फसल को लगाया जायेगा तब निश्चित ही यह गंदगी फसल को खराब करेगी और हमारी उपज जितनी होनी चाहिये उसके उत्पादन मे कमी आयेगी हम चाहते है कि अगर नहर की सफाई करना है तो पूरी तरीके से करे। ताकि हम किसानो को राहत मिले। देख देखावे के लिये इस तरीके का कार्य नही करना चाहिये। किसान खुश होगा तो फसल के उत्पादन मे बढ़ोत्तरी होगी।
जो लोग गंदगी फैला रहे है उन पर हो कार्यवाही – युवराज राहंगडाले
कृषक युवराज राहंगडाले ने पद्मेश को बताया कि बड़ी नहर मे जो लोग गंदगी फैला रहे है उन पर कार्यवाही की जानी चाहिये। कुछ दिन पूर्व हमे पता चला था कि नहर की साफ सफाई की जा रही ताकि रबी फसल के लिये पानी मिल सके जिससे हम किसानो को भारी खुशी हुई थ्ज्ञी मगर यह कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है। अगर इसी तरीके का आलम रहा तो रबी फसल के लिये सीधे किसान को पानी नही मिल पायेगा। जिसकी मुख्य वजह यह है कि अगर गदगी रही तो पूरी गंदगी किसान के खेत मे आयेगी यह फसल को चौपट करेगी। हम यही चाहते है कि सिंचाई विभाग के अलावा स्थानीय प्रशासन इस और ध्यान दे ताकि किसान के खेत मे बेरोटोक पानी उपलब्ध हो सके।
नहर में छोड़ा जा रहा गंदा पानी
यहां यह बताना लाजमी है कि नहर मे अनगिनत लोग जो नहर किनारे रहते है। उन पर कार्यवाही की जानी चाहिये क्योकि कुछ लोग ऐसे है जिन्होने अपने घर का गंदा पानी तक पाईप के सहारे नहर मे छोड़ा जा रहा है। जिस पर भी कार्यवाही होना लॉजमी बनता है।
इनका कहना है-
इस संबंध में दूरभाष पर चर्चा करते हुये सिंचाई विभाग के प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी कोमल गजभिये ने बताया कि यह साफ सफाई अभियान विभाग के आदेश पर किया जा रहा था। हमारा अमला हमेशा से ही मुस्तैद रहा है। अभी यह कार्य और चलेगा और किसान के खेत तक हम पानी पहुॅचायेंगे। रही बात सफाई अभियान को रोकने की तो ऐसा नही है। शीघ्र ही इस अभियान को हम गति पहुॅचायेंगे। वही जिनके घर का गंदा पानी नहर मे मिर रहा है उनको पहले समझाईस दी जायेगी वरना कार्यवाही की जायेगी।