नगर मुख्यालय से लगभग ८ किमी. दूर ग्राम पंचायत टेकाड़ी ला. स्थित सर्राटी जलाशय तालाब से निकली माइनर नहर से खमरिया क्षेत्र के दर्जनों ग्रामों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी प्रदाय किया जाता है परन्तु नहर का सीमेन्टीकरण का कार्य अधुरा किया गया है साथ ही जिस स्थान से नहर में पानी छोड़ा जाता है वह की चैन टुटकर नीचे गिर चुकी है जिसके कारण खमरिया के आसपास के ग्रामों की ओर जाने वाली नहर में पानी नही पहुंच पा रहा है। साथ ही गत १० से १५ दिनों से क्षेत्र में बारिश भी नही हो रही है एवं पानी के अभाव में किसानों के खेतों में लगी धान की फसल प्रभावित हो रही है, अगर समय पर सिंचाई के लिए पानी नही मिला तो हजारों हेक्टेयर खेती में लगी धान की फसल खराब हो सकती है जिसके कारण किसान काफी चिंतित नजर आ रहे है और यह सब समस्या जल संसाधन विभाग की लापरवाही के कारण हो रहा है क्योंकि करोड़ों रूपयों की लागत से सीमेन्टीकरण नहर के लाईनिंग का कार्य किया जा रहा है परन्तु वह कार्य भी अधुरा छोड़ दिया गया है एवं जिन स्थानों पर नहर सबसे अधिक क्षतिग्रस्त हो चुकी है उक्त स्थान का मरम्मत कार्य भी नही करवाया गया है जिसके कारण किसानों के खेतों तक सर्राटी जलाशय तालाब का पानी नहर के माध्यम से नही पहुंच पा रहा है जिससे किसानों में शासन-प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है। आपकों बता दे कि सर्राटी जलाशय तालाब टेकाड़ी ला. से निकली नहर के माध्यम से खमरिया एवं कटंगझरी क्षेत्र के दर्जनों ग्रामों के किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलता है परन्तु नहर का लाईनिंग कार्य १०० वर्ष पूर्व किया गया था जिसके कारण नहर की लाईनिंग पूरी तरह से जीर्णशीर्ण होने के कारण किसानों के खेतों तक पानी नही पहुंच पाता था जिससे उनकी फसल प्रभावित हो जाती थी। क्षेत्रीय किसानों के द्वारा नहर का सीमेन्टीकरण किये जाने की मांग को लेकर कई बारशासन-प्रशासन के खिलाफ आंदोलन एवं धरना प्रदर्शन भी किया गया जिसके बाद शासन के द्वारा सर्राटी जलाशय माइनर नहर का सीमेन्ट्रीकरण के लिए करोड़ों रूपये की राशि पिछले वर्ष स्वीकृत की गई है परन्तु निर्माण कार्य विलंब से प्रारंभ किये जाने के कारण बरसात प्रारंभ हो जाने से अधुरा निर्माण किया गया है। जिसके कारण खमरिया के आसपास के ग्रामों के किसानों को नहर का पानी नही मिल पा रहा है सिंचाई के लिए जिससे किसान खासा परेशान है। साथ ही किसानों के द्वारा खरीफ सीजन में हजारों हेक्टेयर खेती में धान की फसल लगाई गई है परन्तु गत दिवस से क्षेत्र में बारिश भी नही होने से खेतों में दरारे आने के साथ ही रोपा मुरझाने लगे है अगर समय पर सिंचाई के लिए पानी नही मिला तो फसल बर्बाद भी हो सकती है जिससे किसानों को काफी नुकसान होगा और आर्थिक परेशानियों से जुझना पड़ेगा। खमरिया क्षेत्र के किसानों ने जिस स्थान से चैन टूटकर नीचे गिर चुकी है उसे उठाने एवं जहां-जहां से नहर क्षतिग्रस्त हो चुकी है उसका मरम्मत कार्य करवाकर सिंचाई के लिए पानी प्रदाय करने की मांग की है और मांगे पूरी नही होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी शासन-प्रशासन को दी है।
जल संसाधन विभाग के ईई नागेन्द्रसिंह ठाकुर से दूरभाष पर सर्राटी जलाशय नहर से किसानों को सिंचाई के लिए पानी प्रदाय क्यों नही किया जा रहा है जिसके संबंध में चर्चा करने का प्रयास किया गया परन्तु संपर्क नही हो पाया।