लालबर्रा (पद्मेश न्यूज)। लालबर्रा क्षेत्र के अधिकांश किसान जिनके पास रबी फसल में सिंचाई के लिए पानी का साधन है। ऐसे किसानों के द्वारा रबी सीजन में धान की फसल लगाई गई है और धान रोपाई का कार्य पूरा हो चुका है एवं कुछ किसानों की फसल गर्भ में आने लगी है। जिसमें यूरिया खाद डालना अति आवश्यक है तभी वे फसल उत्पादन अधिक ले सकते है किन्तु जिला सहकारी केन्द्रीय मर्यादित बैंक लालबर्रा के अंतर्गत स्थित ९ सेवा सहकारी समितियों में यूरिया खाद का टोटा है यानि खत्म हो चुका है और किसान लंबे समय से यूरिया खाद के लिए सोसायटियों का चक्कर लगा रहे है लेकिन उन्हे यूरिया खाद नही मिल पा रहा है। वहीं नगर मुख्यालय स्थित म.प्र. रा’य सहकारी विपणन संघ मर्यादित भंडारण (गोदाम) लालबर्रा एवं मार्केटिंग सोसायटी मानपुर में गत दिवस ही यूरिया खाद आया है जिसका वितरण सोमवार से किसानों को किया जा रहा है और जैसे ही क्षेत्र के किसानों को जानकारी लगी कि यूरिया खाद मिल रहा है तो वे बड़ी संख्या में लालबर्रा खाद गोदाम व मानपुर मार्केटिंग सोसायटी गोदाम पहुंचकर यूरिया खाद की खरीदी कर रहे है। लेकिन एकाएक किसानों की भीड़ बढ़ जाने से गोदाम के कर्मचारियों को खाद वितरण करने में कुछ परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है। साथ ही क्षेत्रीय किसान सुबह से भूखे-प्यासे ही यूरिया खाद के लिए गोदाम पहुंच रहे है लेकिन वह बैठने, पीने का पानी की व्यवस्था नही होने एवं समय पर खाद नही मिलने से गर्मी के दिनों में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और शासन-प्रशासन की व्यवस्था के प्रति नाराजगी व्यक्त कर रहे है। मंगलवार को नगर मुख्यालय स्थित म.प्र. रा’य सहकारी विपणन संघ मर्यादित भंडारण (गोदाम) लालबर्रा में सुबह से ही क्षेत्रीय किसान बड़ी संख्या में यूरिया खाद के लिए पहुंच गये थे किन्तु वह पर किसानों के बैठने एवं पीने का पानी नही होने एवं समय पर खाद नही मिलने पर किसानों ने आक्रोश जताते हुए उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों से कहा कि वर्तमान समय में फसल में यूरिया खाद डालना अति आवश्यक है और हम लोग सुबह से खाद के लिए आये है किन्तु यह पर बैठने व पीने का पानी नही है। ऐसी स्थिति में गर्मी में किसानों को परेशान होना पड़ रहा है इसलिए गोदाम को सुबह १० बजे खोलकर सभी को खाद वितरण करने की मांग की। वहीं किसानों के आक्रोश को देखते हुए गोदाम प्रभारी के द्वारा किसानों को समझाईश दी गई कि सभी को खाद वितरित किया जायेगा धैर्य बनाये रखे और किसानों के लिए पानी की व्यवस्था की गई और लाईन से किसानों को मांग के अनुरूप खाद वितरण कार्य प्रारंभ किया गया। जिसके बाद किसानों का आक्रोश शांत हुआ। साथ ही यूरिया खाद की डिमांड बढ़ते ही जा रही है किन्तु सोसायटियों में यूरिया खाद नही मिलने के कारण किसानों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है और गोदामों से उन्हे नगद में खाद खरीदना पड़ रहा है जिससे आर्थिक बोझ भी बढ़ रहा है। किसानों ने कहा कि सरकार किसानोंं की आय दुगुनी करने की बात करती है लेकिन समय पर खाद उपलब्ध नही करवा पा रही है और लंबे समय से सेवा सहकारी समितियो में यूरिया खाद नही है। ऐसी स्थिति में दुर-दराज के किसान सुबह से भूखे-प्यासे आकर गोदाम से यूरिया खाद खरीदने के लिए लाइन में लगे है किन्तु भीड़ अधिक होने के कारण समय पर खाद नही मिल पा रहा है जिससे किसान परेशान है। साथ ही यह भी बताया कि धान की फसल में समय पर यूरिया खाद नही डालेगें तो फसल प्रभावित होगी इसलिए हमारी मांग है कि सेवा सहकारी समितियों (सोसायटी) के माध्यम से किसानोंं को यूरिया खाद वितरित किया जाये और उक्त स्थानों पर पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध करवाये ताकि क्षेत्रीय किसानों को खाद के लिए परेशान न होना पड़े।
दूरभाष पर चर्चा में म.प्र. रा’य सहकारी विपणन संघ मर्यादित भंडारण (गोदाम) लालबर्रा के प्रभारी लक्ष्मण हरिनखेड़े ने बताया कि गत दिवस यूरिया खाद आया है जिसमें कुछ खाद को सोसायटियों में भेजा जा रहा है और जो किसान गोदाम से खाद लेने आये है उन्हे शासन के नियमानुसार वितरित किया जा रहा है। लेकिन एकाएक किसानों की संख्या बढ़ जाने के कारण कुछ परेशानी होती है किन्तु सभी को खाद दिया जा रहा है और किसानों के लिए पीने का ठंडा पानी उपलब्ध है एवं एक दिन में ५ से ६ सौं किसानों को खाद का वितरण कर रहे है। अगर सोसायटियों में खाद पहुंच जायेगा तो भीड़ कम हो जायेगी।










































