अंग्रेजी शासनकाल मे बना मेहंदीवाड़ा प्राथमिक स्कूल की हालत जर्जर

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अंगे्रजी शासनकाल वर्ष १८८४ मे रखी गई स्कूल की आधारशीला अब जर्जर अवस्था मे है। हम बात कर रहे है ग्राम पंचायत मेहंदीवाड़ा के सबसे पुराने शासकीय प्राथमिक स्कूल की जहा फिलहाल पहली से कक्षा पॉचवी तक कुल १२ छात्र ही अध्यनरत है। मगर इस इमारत का निर्माण सन १९५४ मे हुआ है लेकिन तब से लेकर अब तक इस इमारत का किसी प्रकार का जीर्णोध्दार नही हुआ है। ऐसे मे इमारत काफी जर्जर अवस्था मे आ गई है। ऐसी दशा मे इमारत का डिस्मेलटींग कर नवीन इमारत का निर्माण किया जाना अति आवश्यक हो गया है। इस बात को लेकर ग्राम सरपंच व शासकीय स्कूल की प्रधान पाठिका ने ३ माह पूर्व जन शिक्षा केन्द्र को अवगत भी कराया है। मगर अभी तक न तो स्कूल का जीर्णोध्दार हुआ है और ना ही किसी प्रकार की कोई कार्यवाही।
कई स्कूल को मिल चुका है नवीन भवन – लता दुबे
पद्मेश को जानकारी देते हुये प्रधान पाठिका श्रीमती लता दुबे ने बताया कि अभी फिलहाल बिल्डींग का डिस्मेलटींग आदेश नही आया है। यह अंग्रेजी शासनकाल की इमारत है जबकि कई स्कूल की इमारत सर्व शिक्षा अभियान के तहत बन चुकी है। हमे सबसे ज्यादा तकलीफ इमारत की छत से हो रही है। कई बार बंदर कूदते है वही बरसात के समय पानी गिरता है। जिसकी वजह से स्कूल का संचालन करने मे काफी तकलीफ होती है। छोटे छोटे बच्चे विद्या अध्यन के लिये आते है। हम चाहते है कि इस बिल्डींग को डिस्मेलटींग किया जाये। हमारे द्वारा बीआरसी साहब को भी हमारे द्वारा सूचना दी गई है।
सौ वर्ष से अधिक हो गया इमारत को बने हुये – किशोर तामेश्वर
इस मामले मे ग्राम सरपंच मेहंदीवाड़ा प्रतिनिधि किशोर तामेश्वर ने पद्मेश को बताया कि स्कूल की इस इमारत को बने करीब १०० वर्ष से अधिक का समय हो चुका है। तब से लेकर इसके रखरखाव पर कोई ध्यान नही दिया गया है। हमारे से पहले के सरपंच द्वारा भी इस इमारत को डिस्मेलटींग कर नवीन इमारत बनाये जाने की मांग शिक्षा विभाग के समक्ष रखी थी। मगर अभी तक ऐसा कुछ नही हुआ है। पंचायत इस बिल्डींग का निर्माण नही कर सकती मगर सर्व शिक्षा अभियान के तहत बिल्डींग का निर्माण हो सकता है। यह सबसे पुराना स्कूल है। इस स्कूल मे मैने भी शिक्षा ग्रहण की है। पहले झालीवाड़ा, कौलीवाड़ा, खापा, खंडवा तक के विद्यार्थी आते थे। हम बच्चो की सुरक्षा के चलते यह मांग करते है कि नवीन भवन बनाया जाये।
इनका कहना है –
इस संबंध मे जब दूरभाष पर बीआरसी सतेन्द्र शरणागत से चर्चा की गई तो उन्होने बताया कि उनके संज्ञान मे यह बात है उन्होने अपने वरिष्ठ अधिकारियो को इस बात की जानकारी दे दी है।

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