श्रावण मास प्रारंभ होते ही बड़ी संख्या में शिवालयों में जल चढ़ाने के लिए लोगों की भीड़ सडक़ों पर दिखने लगी वही बम भोले के नारों के साथ कावडय़िा भी नजर आये। अब श्रावण मास अपने अंतिम दौर में है जिस पर अंतिम सावन सोमवार को जल चढ़ाने के लिए औद्योगिक नगरी ग्राम गर्रा से ७ अगस्त को महाकाल सेवा समिति गर्रा के तत्वाधान में कावड़ यात्रा निकाली गई। जो अंतिम सोमवार यानी ८ अगस्त को रमरमा स्थित महादेव का जलाभिषेक करेगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार महाकाल सेवा समिति के द्वारा प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी दो दिवसीय कावड़ यात्रा का आयोजन किया गया है। जिसमें ७ अगस्त को विधिवत मां वैनगंगा का जल लोटे में भरकर कावड़ यात्रा निकाली गई जो 8 अगस्त की सुबह रमरमा महादेव पहुंच कर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करेगी। इस दौरान सभी कावड़ी बम भोले के नारों के साथ डीजे में बज रहे भोलेनाथ के गीतों पर झूमते नजर आये। पद्मेश से चर्चा में महाकाल सेवा समिति सदस्य मंगल आचरे ने बताया कि प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी कावड़ यात्रा निकाली गई है जिसमें मां वैनगंगा नदी का जल लोटे में भरकर ले जाया जा रहा है। जिससे अंतिम सावन सोमवार यानी ८ अगस्त को रमरमा स्थित महादेव पहुंचकर भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया जायेगा। श्री आचरे ने बताया कि गर्रा से यह कावड़ यात्रा निकाली गई है जो डीजे पर झूमते गाते कटंगझरी पहुंचेगी जहां पर विश्राम है। सावन सोमवार को सुबह ८ बजे रमरमा के लिए कावड़ यात्रा निकलेगी जहां पहुंचकर सभी कांवडधारी गंगाजी का जल महादेव को चढ़ायेंगे। यह कार्यक्रम के पीछे हमारा उद्देश्य रहता है कि भगवान महादेव नगर सहित क्षेत्र में सुख शांति समृद्धि बनाये रखें। इस अवसर पर मंगल आचरे, उपसरपंच राजू पंचेश्वर, कमलेश मात्रे सहित अन्य महाकाल सेवा समिति पदाधिकारी सदस्य व ग्रामीण जन मौजूद रहे।