नगर के पीजी महाविद्यालय में अध्ययनरत एलएलबी की पढ़ाई करने वाले छात्रों को अब अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है. जिन्होंने गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपकर छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय को बार काउंसलिंग ऑफ इंडिया से मान्यता दिए जाने की मांग की है. जिन्होंने छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय को मानता दिए जाने की मांग को लेकर जिला दंडाधिकारी के नाम सौपे गए ज्ञापन मे उनकी इस एक सूत्रीय मान को जल्द से जल्द पूरी किए जाने की गुहार लगाई है. वकालत की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के अनुसार छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय को बार काउंसलिंग ऑफ इंडिया से एलएलबी कॉलेज की पढ़ाई की मान्यता नहीं दी गई है. वहीं छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय द्वारा पीजी कॉलेज में एलएलबी की पढ़ाई कराई जा रही है. ऐसे में एलएलबी की डिग्री किसी काम की नहीं रहेगी और उन्हें प्राप्त होने वाली एलएलबी की डिग्री नाम मात्र की रह जाएगी.जिससे वे वकालत का पेशा नहीं कर पाएंगे और पढ़ाई कर डिग्री हासिल करने के बाद भी उनका भविष्य खराब हो जाएगा. इसी को लेकर एलएलबी के विद्यार्थियों ने कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर बार काउंसलिंग ऑफ इंडिया से छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय को मान्यता दिए जाने की मांग की है.
आपको बताए कि यदि बार काउंसलिंग ऑफ इंडिया से छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय को एलएलबी की पढ़ाई के लिए मान्यता नहीं मिलती, तो छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय से संबंधित समस्त कॉलेजों में एलएलबी की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों की डिग्री किसी काम की नहीं रहेंगी, डिग्री होने के बाद भी वे एमपी स्टेट बार एसोसिएशन में अपना रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाएंगे. वहीं ऑल इंडिया बार एग्जामिनेशन में बैठने के लिए वे अयोग्य होंगे, इसके अलावा विद्यार्थी किसी भी कोर्ट में वकालत भी नहीं कर पाएंगे, जिसको लेकर एलएलबी के विद्यार्थी इन दिनों काफी परेशान हैं